इन हिमाचल डेस्क।। इन हिमाचल को जानकारी मिली है कि कुछ लोग WhatsApp और फेसबुक पर कुछ लड़कों की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं और उनके परिजनों का नाम लिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इन्हें शिमला रेप मामले में गिरफ्तार किया है। ध्यान दें, पुलिस ने आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है। न्यूज 18 हिमाचल समेत कुछ अन्य मीडिया आउटलेट्स ने सूत्रों के हवाले से यह जरूर लिखा है कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत मे लिया गया है। बावजूद इसके कुछ लोगों की तस्वीरें वायरल करके उनकी छवि खराब की जा रही है।
बिना सच जाने आंख मूंदकर कुछ लोगों को रेपिस्ट बताकर उनकी तस्वीरें Facebook और WhatsApp पर शेयर करने वाले ध्यान दें, अगर कल इनमें से कोई बेकसूर शर्मिंदा होकर आत्महत्या कर ले तो कौन जिम्मेदार होगा? आप सब। वैसे भी किसी को बदनाम करने के लिए आप सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। यह तर्क नहीं चलेगा कि आपने तो सिर्फ फॉरवर्ड किया था मेसेज। जिम्मेदार नागरिक बनें, साबित करें कि आप पढ़े-लिखे हैं। उदाहरण के लिए साथ में लगाई गई तस्वीर ही देख लें जिसमें अपनी तस्वीर शेयर किए जाने से परेशान एक शख्स ने पोस्ट डाली है। हमने उसकी पहचान भी छिपा दी है।
इससे पहले कुछ लोग पीड़िता की तस्वीर भी शेयर कर चुके हैं और यहां तक की उसका नाम पता भी। किसी ने तो उसकी तस्वीर रिज मैदान में ही लगा दी थी। ऐसा करना कानूनन अपराध है। जो लोग इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं या तथाकथिक आरोपियों की तस्वीर शेयर कर रहे हैं, वे अपराध कर रहे हैं और उसी समाज का हिस्सा बन रहे हैं जो गैर-जिम्मेदार है।
ध्यान दें, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए In Himachal कभी भी इस तरह के मामलों में पीड़ित, उसके गांव, परिजन, स्कूल या किसी अन्य पहचान के बारे में नहीं लिखता ताकि उसके बारे में पता न चले। यह जिम्मेदारी हम सभी की बनती है ताकि लोग विक्टिम या उसके परिवार को जज न करें और कोई अवधारणा आदि बनाकर किसी तरह की दिक्कत उनके लिए पेश न करें।
आइए, थोड़े से जिम्मेदार बनें। खुद न तो ऐसा काम करें और अगर कोई अपना इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा हो, उसे भी रोकें। शेयर भी करें ताकि जिन्हें पता न हो, उन्हें भी पता चले।