शिमला।। हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री जी.एस. बाली का मुख्यमंत्री को लिखा लेटर लीक हो गया है। इसकी एक प्रति इन हिमाचल के हाथ भी लगी है। कई मुद्दों पर बेबाकी से राय रखने के लिए पहचाने जाने वाले बाली ने इस मुद्दे पर भी खरी-खरी सुनाई है। इस चिट्ठी में उन्होंने कोटखाई रेप ऐंड मर्डर केस में पुलिस की ढील पर दुख प्रकट किया है। यही नहीं, उन्होंने लिखा है कि पिछले कुछ महीनों से शांत माने जाने वाले प्रदेश, जिसे पूरे देश में देवभूमि कहा जाता है, में कानून-व्यवस्था खराब हो गई है। उन्होंने लिखा है कि शिमला में छात्रा के रेप और मर्डर ने लोगों की आत्मा हिला दी है। इन हालात में हमारा प्रशासन विक्टिम के परिजनों को न्याय दिलाने में अक्षम नजर आ रहा है। (लीक हुए लेटर की प्रतियां एकदम नीचे हैं).
इस लेटर के कुछ अंश हम अनुवाद करके आपको बता रहे हैं। इसमें लिखा है, ‘इस घटना से हमारे प्रदेश की जनता की भावनाएं प्रभावित हुई हैं। मैं पिछले कुछ दिनों ये यह सोचकर बेचैन रहा कि इस बुरी घटना से विक्टिम के परिजनों पर क्या गुजरी होगी। जब मैंने उसकी दादी को उन सपनों और ख्वाबों को लेकर बात करते देखा जो उसने अपनी पोती के लिए देखे थे, मैं दुख और गुस्से से भर गया।’
पुलिस की अक्षमता पर प्रकट की नाराजगी
आगे लेटर में उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाते हुए लिखा है, ‘मैं विक्टिम के परिजनों को प्रभावी, निष्पक्ष और संतुलित जांच दिला पाने में हमारी अक्षमता पर भी नाराज हूं। पांच दिन हो गए हैं और पुलिस कोई कड़ी ढूंढने और गिरफ्तार करके अपराधियों का पता लगाने में नाकामयाब रही है। ऐसे मामलों में समय बहुत अहमियत रखता है। जल्दी कार्रवाई हो तो घटनास्थल से सबूत से छेड़छाड़ से बचाव तो होता ही है, जनता की नाराजगी का भी सामना नहीं करना पड़ता।
दिल्ली के निर्भया गैंगरेप की घटना का हवाला देते हुए लिखा है- कुछ साल पहले दिल्ली में ऐसा ही दिल दहलाने वाला अपराध हुआ था और पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए 48 घंटों मे आरोपी पकड़ लिए थे।
आगे उन्होंने लिखा है, ‘न्याय दिलाना सरकार का अहम कर्तव्य है। मैं इस चिट्ठी के जरिये आपके गुजारिश करता हूं कि तुरंत ऐक्शन लें ताकि न्याय दिलाया जाए। हमें अपने पास मौजूद सभी संसाधनों को लगाकर इस केस की जांच करनी होगी और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना होगा।