हिमाचल प्रदेश बीजेपी ने शिमला को स्मार्ट सिटी के लिए न चुने जाने के पर खुलकर निराशा जाहिर कर दी है। गौरतलब है कि हिमाचल से एक ही शहर इस प्रॉजेक्ट के लिए चुना जाना था, जिसमें धर्मशाला ने शिमला और मंडी समेत अन्य को पीछे छोड़ते हुए जगह बना ली थी। अब बीजेपी का कहना है कि इस प्रॉजेक्ट के लिए शिमला को चुना जाना चाहिए था।
हिमाचल प्रदेश बीजेपी ने बाकायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेकैया नायडू को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि शिमला को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया जाए। बीजेपी के रुख से हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर युवाओं में नाराजगी देखी जा रही है। कहा जा रहा है कि जबरन बीजेपी इस मुद्दे को उठा रही है और प्रदेश हित के बजाय इसे शिमला बनाम धर्मशाला बनाने में जुट गई है।
लोगों में बीजेपी के रुख के प्रति नाराजगी देखी जा रही है |
आगे इस लेटर में बीजेपी ने शिमला शहर की खूबियां बताते हुए कहा है, ‘शिमला अंतरराष्ट्रीय महत्व का शहर है। इसको अस्तित्व में आए 200 वर्ष का समय पूरा हो चुका है। यह शहर आजादी की लड़ाई से लेकर शिमला समझौते तक का गवाह रहा है। यह शहर हर दृष्टि से अपना सक्षम दावा स्मार्ट सिटी के लिए रखता है। यहां की प्राकृतिक सौन्दयर्ता यहां का पर्यावरण व यहां के लोगों को शांतिप्रिय स्वभाव विश्व भाईचारे का एक संगम स्थल है। पर्यटन की दृष्टि से भी शिमला शहर देश के प्रमुखतम शहरों में से एक है। यहां हर वर्ष लाखों की संख्या में देश एवं विदेशी पर्यटक यहां आते है। यहां के लोग शांत माहौल में स्वच्छंद घूमते हैं।’
इस लेटर को पढ़ने के लिए क्लिक करें |
पत्र में कहा गया है, ‘स्मार्ट सिटी के लिए निर्धारित मापदंडों को केंद्र के समक्ष ठीक प्रकार से नहीं रख पाई है। शिमला शहर हर दृष्टि से स्मार्ट सिटी के लिए निर्धारित प्रावधानों को पूरा करता है। इसलिए निवेदन है कि शिमला सीटी को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जाए।’