इन हिमाचल डेस्क।। बिलासपुर से संबध रखने वाले महेंद्र सिंह धर्माणी हिमाचल प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। इस समय अगले प्रदेशाध्यक्ष के लिए उनका नाम सबसे आगे चल रहा है। अभी धर्माणी सीएम जयराम ठाकुर के ओएसडी हैं। बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिले बिलासपुर से संबंध रखने वाले धर्माणी को संघ के बड़े नेताओं का समर्थन हासिल है।
दरअसल प्रदेश के मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती का कार्यकाल खत्म हो चुका है और लंबे समय से अध्यक्ष बदलने की चर्चा चल रही है। ऐसे में कई नामों को लेकर सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक में बात हो रही है। मगर आलाकमान अभी तक नए पैनल के लिए आए नामों को लेकर संतुष्ट नहीं है।
संघ का समर्थन भी मिला
हाल ही में रणधीर शर्मा, राम सिंह, त्रिलोक जम्वाल, राजीव भारद्वाज, विक्रम सिंह, राकेश जम्वाल, वीरेंद्र कश्यप और त्रिलोक कपूर जैसे कई नाम मीडिया में चर्चा में रहे हैं। मगर इस बीच संघ के कुछ नेताओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे धर्माणी के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया है।
ऐसी चर्चा है कि दिल्ली में बैठे एक बड़े नेता का समर्थन मिलने के बाद प्रदेश से संबंधित आरएसएस के नेताओं ने भी धर्माणी के नाम को लेकर सहमति जताई है और उनका नाम भेजा है। चूँकि वह सीएम के ओएसडी हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि उनकी तरफ़ से भी धर्माणी को प्रदेशाध्यक्ष नाने के लिए पूरा समर्थन मिलेगा। मगर अब ऐसी भी ख़बरें हैं कि जेपी अड्डा को भी धर्माणी के नाम से कोई आपत्ति नहीं है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में ओएसडी रहते हुए धर्माणी संतुलन बनाकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। यह बात प्रबंधन के हिसाब से उनके पक्ष में जाती दिखती है। हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर नज़र रखने वाले विश्लेषकों का मानना है कि संगठन, क्षेत्र और जाति आधारित समीकरणों को देखें तो ये भी धर्माणी के पक्ष में हैं।
ऐसा कहा जा रहा है कि जब तक कि आख़िरी समय में कोई बड़ा उलटफेर न हो, तब तक धर्माणी का नाम ही अगले प्रदेशाध्यक्ष के लिए तय माना जा सकता है।