भाजपा 25 तो कांग्रेस इन 23 सीटों पर बदल सकती है प्रत्याशी, देखें

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इन हिमाचल डेस्क।। चुनाव आचार संहिता लगने में कुछ ही दिन का समय बचा है लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी ने टिकटों की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस इस मामले में सबसे आगे लग रही थी मगर अब तक उसने किसी भी सीट पर टिकट का एलान नहीं किया है। भारतीय जनता पार्टी तो पहले ही कह रही थी कि आचार संहिता लगने के बाद ही उसकी ओर से टिकट दिए जाएंगे। लेकिन इतना तय है कि इस बार दोनों प्रमुख पार्टियां बड़े पैमाने पर प्रत्याशी बदलने जा रही है।

दरअसल, हिमाचल प्रदेश में साढ़े तीन दशक बाद ऐसा माहौल बनता दिख रहा है जिसमें विश्लेषक, पत्रकार और राजनेता; सभी की राय बंटी हुई है। कुछ का कहना है कि सरकार बदलने का रिवाज बना रहेगा तो कुछ का मानना है कि इस बार रिवाज बदलने की संभावना है। मगर भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के सूत्रों का कहना है कि उनके आंतरिक सर्वे साफ संकेत दे रहे हैं कि सत्ता में आना है तो इस बार बड़े फैसले करने होंगे, कई सारी सीटों पर प्रत्याशी बदलने होंगे।

इस बार दोनों ही पार्टियां 35 से 40 प्रतिशत सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल सकती है। जिन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया था, उनकी जगह नए प्रत्याशी को उतारने के मामले में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों की ही स्थिति एक जैसी नजर आ रही है। जमीनी परिस्थितियों का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी 25 तो कांग्रेस 23 सीटों पर नए उम्मीदवार उतार सकती है।

पहले बात करते हैं भारतीय जनता पार्टी की। बीजेपी अभी सत्ता में है और स्वाभाविक है कि उसके विधायकों को सत्ता विरोधी भावना का ज्यादा सामना करना पड़ेगा। ये हैं वे 25 सीटें, जहां पार्टी टिकट बदल सकती है-

1.भरमौर
2.चम्बा सदर
3.कांगड़ा
4.धर्मशाला
5.ज्वालाजी
6.देहरा
7.पालमपुर
8.फतेहपुर
9.करसोग
10.नाचन
11.जोगिंदर नगर
12.सरकाघाट
13.आनी
14.बंजार
15.कुल्लू
16.हरौली
17.ठियोग
18.रामपुर
19.जुब्बल-कोटखाई
20.नालागढ़
21.रेणुकाजी
22.बड़सर
23.हमीरपुर
24.भोरंज
25.सुजानपुर 

इसी तरह कांग्रेस भले विपक्ष में है लेकिन वह जानती है कि उसके पास रिवाज के आधार पर सत्ता में आने का मौका है। लेकिन यह मौका छिन सकता है, अगर कैंडिडेट कमजोर हुए। तो जिन 2३ सीटों पर टिकट बदले जा सकते हैं, वे इस तरह से हैं:

  1. चुराह

  2. इंदौरा

  3. देहरा

  4. जयसिंहपुर

  5. सुलह

  6. नगरोटा बगवां

  7. कांगड़ा

  8. शाहपुर

  9. मनाली

  10. बंजार

  11. करसोग

  12. नाचन

  13. जोगिन्दर नगर

  14. भोरंज

  15. हमीरपुर

  16. बिलासपुर सदर

  17. झंडूता

  18. चिंतपूर्णी

  19. नालागढ़

  20. पच्छाद

  21. चौपाल

  22. ठियोग

  23. शिमला अर्बन

बहरहाल, कुछ दिनों में दोनों पार्टियों की लिस्ट जारी हो जाएगी और स्पष्ट हो जाएगा कि कहां से कौन प्रत्याशी होगा। टिकटों का बंटवारा हिमाचल प्रदेश में बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे हिमाचल में किसी एक नैरेटिव या मुद्दे के आधार पर मतदाताओं का रुझान तय नहीं होता। हर सीट के अपने समीकरण होते हैं। ऐसे में हर बार की तरह सरकार उसी पार्टी की बनेगी जो जिताऊ कैंडिडेट को टिकट देने के साथ-साथ अपने लोगों को बागी होने से रोक पाएगी।