मैच कैंसल होने से धर्मशाला में सुधीर शर्मा के प्रति रोष

कागड़ा।।

भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्ड कप मुकाबले को धर्मशाला से कोलकाता शिफ्ट होने को लेकर कांगड़ा जिले में बहुत से लोगों, खासकर युवाओं में नाराजगी देखी जा रही है। धर्मशाला में व्यापारी वर्ग में खासा रोष देखने को मिल रहा है। लोग न सिर्फ कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को कोस रहे हैं, बल्कि स्थानीय विधायक और शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा को भी बराबर जिम्मेदार बता रहे हैं।

धर्मशाला में एक वर्ग का मानना है कि मुख्यमत्री वीरभद्र सिंह द्वारा खुलकर धर्मशाला मैच का विरोध करने के पीछे दरअसल सुधीर शर्मा का ही हाथ है। कहा जा रहा है कि सुधीर नहीं चाहते थे कि धर्मशाला में मैच हो और अनुराग ठाकुर के प्रति समर्थन जुटे। इसीलिए उन्होंने मुख्यमंत्री के करीबी होने का फायदा उठाते हुए उन्हें इस मुद्दे पर गुमराह किया और मैच का विरोध करवाया। चर्चा है कि इसी वजह से मैच को लेकर सुधीर निजी राय व्यक्त करते रहे और खुलकर मैच का समर्थन नहीं किया।

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व्यापारी वर्ग में इस बात को लेकर गुस्सा है कि खुद को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी बताने वाले सुधीर शर्मा ने इस मैच को लेकर खुलकर कोई स्टैंड क्यों नहीं लिया। लोगों का मानना है कि सुधीर चाहते तो वह मुख्यमंत्री को मना सकते थे और समझा सकते थे कि यह मैच धर्मशाला के लिए कितना महत्वपूर्ण है। यही नहीं, उन्हें शहीदों के परिजनों से भी बात करनी चाहिए थी और समझाने की कोशिश करनी चाहिए थी। लोगों का कहना है कि सुधीर को अभी भी बताना चाहिए कि वह मैच के समर्थन में थे या पक्ष में।

गौरतलब है कि सुधीर शर्मा ने कहा था कि यह उनकी निजी राय है कि मैच होना चाहिए। मगर इसके अलावा वह सक्रिय रूप से कुछ भी कहते या करते नजर नहीं आए थे। धर्मशाला के लोगों में इस बात को लेकर भी गुस्सा है कि कांग्रेस ने इस मामले में राजनीतिक रंजिश के लिए शहीदों के परिवारों को ढाल बनाया। वहीं एक बड़ा तबका यह भी मानता है कि पाकिस्तान के साथ मैच नहीं होना चाहिए था और अच्छा हुआ कि यह कोलकाता शिफ्ट हो गया।

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