नई दिल्ली।। आय से अधिक संपत्ति के मामले में स्पेशल कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आरोपी के तौर पर समन भेजा है। सीबीआई द्वारा दायर की गई चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए अदालत ने वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह समेत 9 आरोपियों को 22 मई को हाजिर होने के लिए कहा है।
इस केस में अन्य आरोपियों के नाम चुन्नी लाल चौहान, जोगिंदर सिंह घाल्टा, प्रेम राज, वकामुल्ला चंद्रशेखर, लवण कुमार रोच और राम प्रकाश भाटिया हैं। सीबीआई की 500 पन्नों की चार्जशीट में दावा किया गया है कि 82 साल के वीरभद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री रहते हुए आय के ज्ञात स्रोतों से इतर अवैध ढंग से 10 करोड़ रुपये जुटाए।
इस मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र और 8 अन्य के खिलाफ 225 गवाहों और 442 के आधार पर दंडनीय अपराधों की धाराएं लगी हैं। रिपोर्ट में एलआईसी अजेंट आनंद चौहान का भी नाम है जो अभी न्यायिक हिरासत में है। चौहान को ईडी ने पिछले साल 9 जुलाई को इस मामले से संबंधित मनी लॉन्डरिंग के अन्य मामले में गिरफ्तार किया था।
कोर्ट से मिले इस झटके के बाद अब वीरभद्र सिंह और हिमाचल कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं क्योंकि अब तक मुख्यमंत्री और उनका परिवार इस केस को जेटली और अनुराग की राजनीतिक साजिश बता रहा था। मगर अब कोर्ट द्वारा आरोपी के रूप में बुलाए जाने के बाद बीजेपी को हमलावर होने का मौका मिल गया है।