एमबीएम न्यूज़, ऊना।। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक छात्र ने अपने ही अपहरण का नाटक रच दिया। मामले का खुलासा होने पर गांव वाले और पुलिस-प्रशासन तक हैरान रह गए। खबर है कि एक सरकारी स्कूल में दसवीं का छात्र सुबह 7 बजे घर से वर्दी पहनकर निकला मगर स्कूल नहीं पहुंचा।
10 बजे का समय था। सुनसान इलाके में एक महिला अपने पशु चरा रही थी। उसने देखा कि छात्र के मुंह में रुमाल है, हाथ टाई से बंधे हैं और पैरों में जंगली बेल बंधी है। महिला ने इस लड़के को आजाद करवाया और सूचना स्कूल को दी। स्कूल प्रशासन को दी। उसने अध्यापकों को बताया कि जिस समय वह स्कूल आ रहा था, मोटरसाइकल पर सवाल दो युवकों ने उसे रोक लिया और जंगल की ओर ले गए।
लड़के ने बताया कि उसका मुंह उसी के रुमाल से बांध दिया और उसकी टाई से हाथ और जंगली बेल से पैर बांध दिए। लड़के ने कहा कि कुछ देर वे दोनों युवक वहीं खड़े होकर फोन पर बात करते रहे और बाद में वहां से भाग गए। छात्र ने बताया कि जंगल से सरकता हुआ वह रास्ते की ओर पहुंचा, जहां उसे पशु चरा रही महिला ने देखा।
जैसे ही स्कूल प्रशासन ने यह बात सुनी, पुलिस को सूचना दी गई। लिखित शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बयान कलमबद्ध करना शुरू किए। इस बीच छात्र बार-बार बयान बदलने लगा। ऐसे में पुलिस अधिकारी ने शक किया और छात्र का स्कूल का रिकॉर्ड मांगा। पता चला कि वह स्कूल से अक्सर गायब रहता था।
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पुलिस ने जब थोड़ी सख्ती से बात की तो उसने बताया कि मैंने अपने अपहरण का झूठा नाटक रचा। उसने कहा कि मैं ऐसा दोबारा नहीं करूंगा। इस घटनाक्रम की पूरे इलाके में चर्चा रही। एसएचओ सुशील कुमार का कहना है कि बच्चे के भविष्य का ख्याल रखते हुए उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
(यह एमबीएम न्यूज नेटवर्क की खबर है और सिंडिकेशन के तहत प्रकाशित की गई है। कवर इमेज प्रतीकात्मक है।)