इज़रायल की कंपनी ने किया कैंसर का 100% इलाज ढूंढने का दावा

इन हिमाचल डेस्क।। इज़रायल की एक बायोटेक कंपनी के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें लगता है कि वे एक साल के अंदर कैंसर का इलाज ढूंढ लेंगे। मगर लाइव साइंस नाम की पत्रिका ने जब विशेषज्ञों से बात की तो उनका कहना है कि इज़रायल की कंपनी ने जो दावा किया है, उसके सच होने सी संभावनाएं कम हैं।

दि यरूशलम पोस्ट’ में एक्सलरेटेड इवलूशन बायोटेक्नॉलजीज़ लिमिटेड के वैज्ञानिकों के हवाले से बयान छपा था कि वे मानते हैं कि वे एक साल के अंदर कैंसर का पूरी तरह से इलाज कर सकेंगे। मगर कंपनी ने अभी तक यह नहीं बताया है कि उसने ऐसी क्या खोज की है। लोगों को इस बारे में ‘दि यरूशलम पोस्ट’ के लेख से ही जानकारी मिली है।

अखबार के मुताबिक जिस इलाज की बात की जा रही है, उसे म्यूटैटो (MuTaTo) या मल्टीटारगेट टॉक्सिन कहा जा रहा है. इसमें कुछ ऐसे पेप्टाइड (एमीनो ऐसिड्स के छोटे स्ट्रैंड) हैं, जिन्हें वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। ये पेप्टाइड एक साथ कैंसर सेल में कई जगहों पर चिपक जाते हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये कैंसर सेल के लिए जहरीले होते हैं और कैंसर को खत्म कर देेते हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने इस प्रक्रिया को चूहों पर आज़माया है और उम्मीद है कि इंसानों पर वे जल्द ही क्लीनिकल ट्रायल कर पाएंगे.  मगर अन्य वैज्ञानिक इस दावे पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं.

क्या कहते हैं अन्य विशेषज्ञ

लाइव साइंस मैगज़ीन के मुताबिक लॉस एंजिलिस में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के सर्जरी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट क्लीनिकल प्रोफेसर डॉक्टर डिएना अत्ताई कहती हैं कि इज़रायल के वैज्ञानिक शुरुआती स्टडी के आधार पर ही बड़े नतीजे पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह के दावे करना ‘गैर जिम्मेदाराना है.’

वहीं न्यू यॉर्क के नॉर्थवेल हेल्थ कैंसर इंस्टिट्यूट के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर डॉक्टर रॉबर्ट मकाई का कहना है कि कोई ऐसा डेटा उपलब्ध नहीं कराया गया है जिसे बाकी लोग स्टडी कर सकें। उनका कहना है कि इस खबर में यह नहीं बताया गया है कि क्या शोध हुआ, क्या आंकड़े आए, ऐसे में जांच करने के लिए कुछ उपलब्ध ही नहीं है।

विशेषज्ञ कहते हैं कि यह मानना जल्दबाजी होगा कि इजरायल के वैज्ञानिक कैंसर का इलाज ढूंढने के करीब पहुंच गए हैं क्योंकि यह शोध सिर्फ चूहों पर किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि चूहों पर आज़माया गया तरीका जरूरी नहीं कि इंसानों के लिए भी कामयाब रहे।

कंपनी अपने दावे पर कायम

हालांकि लाइव साइंस पोर्टल ने जब इजरायली कंपनी से संपर्क किया तो ईमेल से उनका जवाब आया, “हम मानते हैं कि इस साल के अंदर हम कैंसर का पूरा इलाज कर पाने में कामयाब रहेंगे. यह इलाज पहले दिन से ही प्रभावी रहेगा और कुछ हफ्तों तक चलेगा. इसके साइड इफेक्ट या तो होंगे ही नहीं या फिर बहुत कम होंगे.”

बहरहाल, एक साल के अंदर साफ हो जाएगा कि इजरायली कंपनी के दावे कितने सच्चे हैं। अगर वे कामयाब रहते हैं तो यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी। यह पूरी मानव जाति के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा। असंख्य लोग असमय जान गंवाने से बच सकेंगे।

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