सरकार बदलते ही एकाएक क्यों बंद हो जाते हैं हिमाचल में सीमेंट प्लांट?

शिमला ।। हिमाचल प्रदेश के एसीसी बरमाणा और अंबुजा सीमेंट प्लांट में प्रोडक्शन तुरंत बंद कर दिया गया है। कंपनी प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन के बीच ढुलाई भाड़े को लेकर बात फंस गई है। बताया जा रहा है कि इसी के चलते कंपनी प्रबंधन की ओर से तुरंत प्रभाव से दोनों ही सीमेंट प्लांट को बंद कर दिया गया है। साथ ही प्लांट में कार्य कर रहे कर्मचारियों को भी ड्यूटी में आने के लिए मना कर दिया गया है। गौरतलब रहे कि यह पहला मौका नहीं है जब हिमाचल में किसी सीमेंट प्लांट को बंद किया गया है।

दरअसल सीमेंट फैक्ट्री का इतिहास देखें तो हिमाचल में सत्ता परिवर्तन के साथ ही किसी न किसी बात पर पहले भी सीमेंट फैक्ट्री में प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था। दिसंबर 2007 में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी और एक साल के भीतर ही बरमाणा स्थित एसीसी सीमेंट प्लांट को बंद कर दिया गया। कंपनी ने इसके पीछे की वजह बताई कि सीमेंट की डिमांड बहुत कम हो गई है। दिलचस्प बात यह है कि उस दौरान प्रोडक्शन बंद करने के एक महीने पहले ही एसीसी और अंबुजा ने प्रति बैग दाम में 2 से 6 रुपये की कटौती की थी। हालांकि फिर भी कंपनी ने प्रोडक्शन बंद किया और साथ ही एक्साइज ड्यूटी को युक्तिसंगत करने के भी आग्रह किया।

इसके बाद दिसंबर 2012 में हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनी थी। उस दौरान भी हिमाचल प्रदेश में एसीसी फैक्ट्री में प्रोडक्शन को कुछ दिन के लिए बंद कर दिया गया। उस दौरान भी वजहें बताई गई कि कंपनी को क्लींकर के लिए इन्वेंटरी बिल्डअप करना है। साथ ही इंपोर्ट को लेकर सरकारी स्तर पर जुड़ी कुछ बातों को भी उठाया गया।

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पहले दो बार जब कंपनी ने सीमेंट प्लांट में प्रोडक्शन बंद किया उस समय कंपनी का संचालन किसी और के पास था, जबकि इस बार अंबुजा और एसीसी का संचालन एक ही ग्रुप अदाणी कंपनी के पास है। अब एक बार फिर प्रदेश के दो बड़े सीमेंट प्लांट में प्रोडक्शन बंद कर दिया गया है। हालांकि इस बार वजह ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन के साथ ढुलाई भाड़े पर सहमति न बनना बताया जा रहा है, लेकिन कंपनी की ओर से जो लैटर लिखे गए हैं उसमें कहानी कुछ और है। क्योंकि कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले में कमीशन के खेल भी जुड़े हुए होते हैं।

इस पूरे मामले में मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि इस मसले को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डीसी सोलन और बिलासपुर को विवाद सुलझाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं आ रही हैं उसे जल्द से जल्द दूर किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी हालत में प्लांट्स बंद नहीं होने देगी।

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