चुनाव करीब आते ही दिग्गज कांग्रेस नेताओं पर विजिलेंस जांच की तैयारी

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शिमला।। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विजिलेंस ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ जांच शुरू करने की तैयारी कर दी है। स्टेट विजिलेंस ऐंड ऐंटी करप्शन ब्यूरो ने राज्य सरकार से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली, प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले वर्तमान विधायक और कांग्रेस सरकार में आपदा प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष रहे राजेंद्र राणा के खिलाफ जांच करने की इजाज़त मांगी है। इसके अलावा राज्य वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ख्वाजा खलीलुल्लाह का नाम भी उन लोगों में शामिल है, जिनकी विजिलेंस जांच करना चाहती है।

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने 2017 विधानसभा चुनाव से पहले 75 पन्नों की एक चार्जशीट लाकर कांग्रेस के मंत्रियों और पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। विजिलेंस उसी के आधार पर जांच कर रही है। अमर उजाला की खबर के अनुसार, विजिलेंस ने सरकार से बीजेपी चार्जशीट की क्रम संख्या 3,4,24 और 27 के विषयों की जांच की इजाज़त मांगी है।

खास बात यह है कि इस चार्जशीट में बीजेपी ने कांग्रेस के 40 नेताओं और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इनमें मंडी के विधायक अनिल शर्मा का भी नाम था जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे और जयराम सरकार में मंत्री भी बने थे। अब, बेटे के  कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण अनिल शर्मा को मंत्री पद छोड़ना पड़ा है मगर उनके विजिलेंस ने उनके खिलाफ जांच शुरू नहीं की है।

जब चुनाव को डेढ़ साल बचा है, ऐसे में विजिलेंस का सक्रिय होना चर्चा का विषय बन गया है। कौल सिंह ठाकुर और जीएस बाली पिछला चुनाव हार गए थे मगर कांग्रेस में उन्हें दूसरी पंक्ति का नेता माना जाता है और वे सीएम की कुर्सी पर दावेदारी जताते रहे हैं। प्रेम कुमार धूमल को हराने के कारण राजेंद्र राणा का भी कद काफी बढ़ गया है। चूंकि वीरभद्र सिंह का चुनाव लड़ना असंभव दिखता है, ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि कांग्रेस की सेकंड लाइन ऑफ लीडरशिप को टारगेट किया जाए।

बीजेपी ने अपनी चार्जशीट में कौल सिंह ठाकुर पर आशा वर्कर, टेस्ट लैब, आउटसोर्सिंग और निजी लैबों के मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। वहीं जीएस बाली पर बस और टायर खरीदने, बस अड्डे बनाने और खाने की चीज़ों की खरीद में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। राजेंद्र राणा पर अवैध खनन और कटान जबकि ख्वाजा खलीलुल्लाह पर शिमला के मिडल बाजार में दुकानों पर कब्जे का आरोप लगाया गया था।

कांग्रेस के ये नेता अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते रहे हैं। कौल सिंह ठाकुर ने कहा, “हम तो खुद पूछ रहे थे कि आपकी चार्जशीट का क्या हुआ। ये बोलते हैं, करते कुछ नहीं।” वहीं जीएस बाली ने कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में दम है तो जांच करे। वहीं राजेंद्र राणा चुनौती देते हुए कहा है कि सारी एजेंसियां लगा दो और आरोपों को साबित करके दिखाओ।