विधायक और मंत्री की लड़ाई में उलझा सरकाघाट बाज़ार के सुंदरीकरण का काम

रितेश चौहान, फ़ॉर इन हिमाचल, सरकाघाट।। सरकाघाट शहर के मेन बाजार में करीब 45 लाख की लागत से होने वाले सुंदरीकरण का काम अब अधर में लटक गया है। सौंदर्यकरण का टेंडर लेने वाले ठेकेदार ने तमाम मशीनरी और सामान समेट लिया है। ठेकेदार ने विभाग को बाकायदा पत्र लिखकर टेंडर छोड़ने और फाइनल बिल बनाने की मांग की है।

ठेकेदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि टेंडर लेने के बाद कई बार काम बंद करवा दिया गया। यहां तक कि 3 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक ना तो उसे ड्राइंग दी गई है और ना ही साईट से अतिक्रमण हटाए जा सके हैं, जिससे उसे लाखों का घाटा हो रहा है। ऐसे में वह काम छोड़ रहा है। काम बंद होने से शहर की जनता को ना खुदा मिला है, ना विसाल-ए-सनम मिला है।

बाज़ार से काम समेटती ठेकेदार की लेबर

बता दें कि 45 लाख की लागत से होने वाले सुंदरीकरण को लेकर विधायक कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर ने 6 जून को इसका शिलान्यास करके निर्माण को हरी झंडी दिखाई थी। निर्माणाधीन सुंदरीकरण के प्लान में शहर के बीचो बीच पार्क बनाया जाना था, परंतु 29 जून को जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने व्यापारियों के बुलाने के बाद बाज़ार का दौरा करके यह कहते हुए इस पार्क काम बंद करवा दिया था कि पार्क शहर में नहीं बल्कि रेस्ट हाउसों में बनते हैं। उन्होंने तुरंत इस पार्क का काम बंद करवाने के आदेश दिए थे।

अतिक्रमण हटाने को लेकर लोक निर्माण और राजस्व विभाग द्वारा की गई संयुक्त कार्रवाई में अवैध अतिक्रमण हटा दिए थे और ठेकेदार ने 6 जुलाई से काम शुरू कर दिया था। पहले चरण में बाजार में इंटरलॉक टाइल बिछाई जा रही थी। उसके बाद ही अन्य काम शुरू होना था। परंतु आज दिन तक ठेकेदार को विभाग ना तो इस सुंदरीकरण का मैप दे पाया है और ना ही पूरी तरह से अतिक्रमण हटा पाया है। इसी को लेकर ठेकेदार ने बीच मझधार में काम छोड़ दिया है।

अब का पार्क का काम बंद होने से पिछले दो हफ्तों से बाजार में जगह जगह मिट्टी पत्थरों के ढेर लगे पड़े हैं। जनता और व्यापारी परेशान हो रहे है। लोगों का कहना है कि ना तो प्रशासन अतिक्रमण हटाए जाने की पूरी कार्रवाई कर सका है और ना ही इस पार्क या सुंदरीकरण को तैयार करवा सका है।

मंत्री और विधायक की लड़ाई के कारण शहर की जनता में खासा आक्रोश उत्पन्न हो गया है। कई संगठनों ने इसकी शिकायत सरकाघाट दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से करने का भी निर्णय बना लिया है।

उधर, अतिक्रमण ना हट पाने को लेकर अधिवक्ता व पूर्व जिला परिषद सदस्य देशराज ठाकुर ने कहा है कि इस मामले को लेकर कोर्ट में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा।

वहीं, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजकुमार सैनी ने कहा कि ठेकेदार को दो-तीन दिनों में ड्राइंग दे दी जाएगी। ठेकेदार ने काम छोड़ने वाला लैटर कार्यालय अधीक्षक को सौंपा है। ठेकेदार काम नहीं करना  चाहता है तो नए सिरे से टेंडर कॉल किया जाएगा।

ठेकेदार द्वारा काम छोड़ने को लेकर लिखा गया पत्र

जब तक नहीं हटेगा अतिक्रमण तो कैसे करूंगा काम: ठेकेदार

सुंदरीकरण के निर्माण का ठेका लेने वाले ठेकेदार सुरेंद्र कुमार ने कहा की 3 महीनों में विभाग उन्हें साइट हैंड ओवर नहीं कर पाया है और ना ही ड्राइंग दी गई है। इसके अलावा जहां काम करना है, वहां से अतिक्रमण भी नहीं हटाया जा सका है, तो काम कैसे चलेगा। इसलिए काम छोड़ दिया है। ठेकेदार ने इसके लिए सरकार और अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।

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