ऊना॥ हिमाचल प्रदेश की राजनीति नेताओं के बयान से गरमाई हुई है। मुकेश अग्निहोत्री, प्रतिभा सिंह पहले ही विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं तो उधर हिमाचल वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सतपाल सिंह सत्ती ने ऊना में भाजपा और युवा कांग्रेस के नेताओं की झड़प के बीच यह कह दिया कि यदि काले झंडे दिखाए तो यहीं गाड़ दूंगा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल 30 जून को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर धर्मशाला में नारी है नमन कार्यक्रम के बाद चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के ऊना पहुंचने से पहले ही युवा कांग्रेस के नेता सर्किट हाउस पहुंच गए ताकि उन्हें काले झंडे दिखा सकें। हालांकि पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया।
इसके बाद युवा कांग्रेस के नेता सड़क पर पहुंच गए। इसी बीच सड़क पर बीजेपी के युवा कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए मौजूद थे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं के बीच माहौल गरमा गया। बात नारेबाजी से होत हुए हाथापाई तक जा पहुंची। हाथापाई में युवा कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे कपड़े तक फाड़ दिए।
इसी बीच हिमाचल वित्त आयोग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सतपाल सिंह सत्ती की भी मौके पर पहुंच गए। वह बीच-बचाव करने लगे। इस बीच उन्होंने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता से कहा, ‘काले झंडे दिखाएंगे ना, तो जमीन में गाड़ दूंगा मैं, तू कॉलेज तक ही रहा मैं यूनिवर्सिटी तक रहा।”
सत्ती ने कहा, “उसमें कितना दम है, बुला लेना मुकेश को… इतना ही बोलना चाहता हूं मैं, बुला लेना उसमें कितना दम है, मैं यूनिवर्सिटी से जानता हूं। हमें अच्छा नहीं लगता कि मुकेश को काले झंडे दिखाएं और आपको भी अच्छा नहीं लगता कि चीफ मिनिस्टर को काले झंडे दिखाएं। सभी लोग घर के आदमी हैं मुझे तो यहां आके पता लगा कि क्या पंगा है।”
जानकारी के अनुसार युवा कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि वो सीएम जयराम ठाकुर को काले झंडे इसलिए दिखाने पहुंचे थे ताकि वो मुकेश अग्निहोत्री से माफी मांगे।