सरकाघाट: ख़ुद ही पुलिस बन गए लोग, लगाए अवैध नाके, अब होगी कार्रवाई

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रितेश चौहान।। सरकाघाट से संबंध रखने वाले कोरोना संक्रमित युवक की मौत और उनकी माँ के पॉज़िटिव पाए जाने के बाद उनके इलाक़े में लोगों ने अपने स्तर पर ही नाके लगाना शुरू कर दिया है। जिन जगहों पर पुलिस ने नाकेबंदी की है, वहाँ पुलिसकर्मी भी तैनात हैं, मगर बाक़ी जगहों में लोगों ने ख़ुद ही नाके लगा दिए हैं। प्रशासन अब बफ़र ज़ोन मे भी ऐसे नाके लगाने वालों पर एफआईआर करने की तैयारी में है।

गाँव के कुछ लोगों ने ख़ुद ही पुलिस बनकर मसेरन, भटोह, रसेहड़ में नाकेबंदी कर दी है। इन अवैध नाकों के कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और मीलों पैदल ही चलना पड़ा। लोगों की फ़रियाद किसी ने भी नहीं सुनी। जब इस संबंध में इन हिमाचल ने शनिवार सुबह पोस्ट डाली तो कुछ लोगों ने कॉमेंट और मेसेज करके धमकाना शुरू कर दिया। ‘इन हिमाचल’ को रिपोर्ट करने का कैंपेन छेड़ दिया गया। हालांकि,  मामला ‘इन हिमाचल’ पर आने के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आया।

डीएसपी ने कहा, “इसके अलावा किसी भी जगह रोड पर लगाया गया नाका ग़ैरक़ानूनी है। पुलिस सूचना मिलने पर जाँच करेगी और दोषी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज करेगी।”

पुलिस ने नहीं लगाया यह नाका। ऐसे कई नाके लगाए गए हैं जिनपर कार्रवाई होनी है।

क्या बोले एसडीएम
एसडीएम ज़फ़र इक़बाल ने कहा है कि पुलिस के अलावा कोई भी शख़्स सड़क बंद नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली थी कि लोगों ने बफ़र ज़ोन में सड़कें बंद कर दी हैं। उन्होंने कहा, “डीएसपी से कहा गया है कि इन नाकों को अपनी निगरानी में हटाएं। ये नाके क्यों नहीं हटाए गए, इस पर रिपोर्ट तलब होगी।’

डीएसपी ने कहा- होगी एफआईआर
डीएसपी चंद्रपाल सिंह ने बताया की रोपड़ी और देवब्राड़ता पंचायतों के लिए सरौरी, रिस्सा (सिर्फ़ रोपड़ी जाने वाले रास्ते की तरफ़)और पाट्टी (जझैंल से रोपड़ी) में ही पुलिस ने नाके लगाए हैl  उन्होंने कहा कि वहाँ पर 24 घंटे पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं ताकि ऐंबुलेंस और आवश्यक सेवाओं के अलावा और कोई वाहन देवब्राड़ता और रोपड़ी पंचायतों में ना जा सकेंl