संसद में रामस्वरूप शर्मा ने पढ़ दिया आपत्तिजनक शब्द, ऑफ़ किया गया माइक

नई दिल्ली।। मंगलवार को लोकसभा में मॉनसून सत्र के दौरान ‘मैटर्स ऑफ अर्जेंट पब्लिक इम्पॉर्टेंस’ के तहत मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने अभिनेत्री कंगना रणौत का जिक्र किया। जैसा कि नाम से साफ है, मैटर्स ऑफ अर्जेंट पब्लिक इम्पॉर्टेंस के तहत जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जाते हैं या ऐसे मसले, जिनपर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है।

बाकी सांसद जहां इस दौरान अपने इलाके के या फिर व्यापक जनहित के मुद्दे उठा रहे थे, उसी दौरान मंडी के सांसद ने हिमाचल से जुड़ा और कोई मसला उठाना उचित नहीं समझा। बल्कि उन्होंने तो कोई मुद्दा ही नहीं उठाया। उन्हें जो समय दिया गया था, उसमें उन्होंने कंगना को सुरक्षा दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की तारीफ ही की।

यह काम वह उन्हें ट्वीट करके या चिट्ठी लिखकर या मिलकर कर सकते थे मगर संसद जैसे मंच पर उन्होंने अपने लिए मिले वक्त को यूं ही जाया कर दिया। चूंकि कंगना के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार ने सुरक्षा प्रदान कर दी है, ऐसे में इस मसले में ज्यादा करने के लिए कुछ बचता नहीं है। फिर भी मंडी के सांसद ने संसद में इसका जिक्र किया। पार्टी के नेताओं का ध्यान करने के बाद वह शिवसेना पर वैसे ही निशाना साधने लगे, जैसे आम चैनलों की डिबेट में साधा जाता है।

बीच भाषण में ऑफ किया माइक
इस दौरान स्पीकर महोदय सांसद को टोकने लगे कि वह जल्दी अपना वक्तव्य खत्म करें। मगर रामस्वरूप अपने लिखे वक्तव्य को अटकते हुए, गलत-सही वाक्यों के साथ लगातार पढ़ते गए। यही नहीं, उन्होंने संसद में उस शब्द तक का इस्तेमाल कर दिया, जिसे वह खुद आपत्तिजनक बता रहे थे। उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेता कंगना के लिए अशोभनीय शब्द इस्तेमाल कर रहे थे। और उन्होंने तुरंत कुछ ही क्षणों बाद उस अशोभनीय शब्द का इस्तेमाल कर दिया (वह शब्द जो संजय राऊत ने इस्तेमाल किया था)।

लेकिन इससे पहले कि वह अपनी बात पूरी कहते, उनका माइक ऑफ कर दिया गया और पूरी बात नहीं हो सकी। इसके तुरंत बाद स्पीकर ने अगले सांसद को अपनी बात कहने के लिए कहा। आपत्तिजनक शब्द किसी और द्वारा ही इस्तेमाल क्यों न किए गए हों, उन्हें कोट करना भी उचित नहीं माना जाता है। जानकारों का कहना है कि अगर रामस्वरूप शर्मा के कहे शब्द पर स्पीकर का ध्यान जाता तो संभव है कि इसे सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ता।

रामस्वरूप शर्मा का यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। आप भी देखें-

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