महेंद्र सिंह ठाकुर दो साल में ही सेना छोड़कर घर आ गए थे: भूपेंद्र सिंह

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मंडी।। हिमाचल प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मंडी में हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा था कि जिस तरह 1971 की लड़ाई में उनकी 9 डोगरा रेजिमेंट युद्ध के मोर्चे में आगे रही थी, उसी तर्ज़ पर आज भी वह चीन से युद्ध की स्थिति में जंग के मोर्चे पर जाने को तैयार हैं। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा था कि वह 1969 में सेना में भर्ती हुए थे और उन्हें गर्व है कि 71 के युद्ध में पाकिस्तान को हराया था। अब उनके इस बयान को लेकर जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने निशाना साधा है।

सीपीएम नेता भूपेंद्र ने जलशक्ति मंत्री के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा, “जब मंत्री साहब 1969 में 9 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे तो दो साल में ही सेना छोड़कर घर आ गए थे। जिस 1971 की लड़ाई की वो बात कर रहे हैं, उसमें वो शामिल नहीं हुए थे।”

भूपेंद्र ने पूछा, “मंत्री ने यह नहीं बताया है कि उस समय फ़ौज छोड़कर वो घर क्यों भाग आए। इसकी जानकारी उन्होंने अब तक सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन अब वो जब सेना में नहीं हैं और आज से पचास साल पहले दो साल के अंदर ही सेना छोड़कर आ गए थे, तब सुर्खियों में रहने के लिए सेना में जाने की बात कर रहे हैं।”

महेंद्र सिंह ठाकुर

सीपीएम नेता ने कहा, “9 डोगरा रेजिमेंट ने बेशक 71 के युद्ध में भाग लिया था मगर महेंद्र सिंह उसमें शामिल नहीं हुए थे। मगर वह जनता के बीच बार-बार इस युद्ध में शामिल होने की बात करते हैं। ऐसा बयान देने से पहले उन्हें सेना में अपनी नौकरी की डीटेल सार्वजनिक करनी चाहिए।”

जिला परिषद सदस्य ने भूपेंद्र ने कहा कि महेंद्र सिंह ठाकुर ने ऐसा ही बयान पिछले साल पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से युद्ध होने की आशंकाओं के बीच दिया था और अब चीन के साथ तनाव होने पर सिर्फ़ वाहवाही लूटने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

भूपेंद्र ने कहा कि ऐसा बयान देकर मंत्री ऐसा दर्शा रहे हैं मानो देश की सेना इतनी कमजोर है कि युद्ध होने पर उसकी ऐसी हालत हो जाएगी कि उनके भाग लेने से ही युद्ध जीता जा सकेगा। उन्होंने कहा कि देशभक्ति की भावना उमड़ना सही है मगर इस तरह के बयानों से बचा जान चाहिए।

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