कोरोना काल में 30 प्रतिशत कटेगा हिमाचल के विधायकों का वेतन

शिमला।। शुक्रवार को हिमाचल विधानसभा ने विधायकों का वेतन कोरोना संकट को देखते हुए 30 फीसदी काटने का विधेयक पारित कर दिया गया। इस बीच कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि विधायकों का वेतन 50 फीसदी काटना चाहिए। सीपीएम विधायक राकेश सिंघा ने भी इसका समर्थन किया मगर योजना सिरे नहीं चढ़ पाई।

सुक्खू ने कहा कि वेतन भले ही 50 फीसदी काट दिया जाए मगर विधायक निधि पूरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वेतन का मामला बार-बार उछलने से जनता में गलत संदेश जाता है। उधर सीपीएम विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि सुक्खू का प्रस्ताव अच्छा है और कोरोना से लड़ना है तो बड़ी कुर्बानी की जरूरत है। उन्होंने कहा, “हम भगत सिंह चाहते हैं मगर पड़ोसी के घर में। खुल बलिदान नहीं देना चाहते। अगर हम प्रतिनिधि सही पहल नहीं करेंगे तो इसका सही संदेश नहीं जाएगा।”

हिमाचल विधानसभा (File Photo)

उधर सरकाघाट से बीजेपी विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि जो विधायक संपन्न हैं, वे ज्यादा पैसा कटवा सकते हैं। लेकिन जिनके पास आय के और साधन नहीं, उनके बारे में विचार किया जाना चाहिए। वहीं जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस मामले को सिलेक्ट कमेटी में भेजा जाए।

सीएम ने आधा वेतन काटने की मांग उठने पर कहा कि अगर विधायकों को आपत्ति न हो तो इस प्रस्ताव को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजा जा सकता है। मगर इसका विरोध हुआ। सीएम ने कहा कि जो विधायक चाहें, वे अपनी मर्जी से आधा वेतन खुद कटवा सकते हैं। इसके बाद 30 प्रतिशत वेतन काटने के विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।

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