कुल्लू दशहरा: देवी-देवताओं के नजराने पर प्रशासन ने खड़े किए हाथ

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कुल्लू।। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे के लिए अब मात्र दो हफ्ते का समय ही शेष बचा है। अब दशहरा उत्सव समिति का फोकस देवी-देवताओं को निमंत्रण देने पर है। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं को बुलाने पर सहमति बन गई है। प्रशासन की ओर से 300 देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाएगा। लेकिन देवी-देवताओं को दिए जाने वाले नजराने पर प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं।

इस बार 15 अक्तूबर से 21 अक्तूबर तक अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव आयोजित किया जा रहा है, जिसके लिए मात्र दो हफ्ते का समय शेष है। दशहरा उत्सव समिति द्वारा देवी-देवताओं तक दशहरा के निमंत्रण पत्र पहले की तरह जिला के संबंधित एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के माध्यम से पहुंचाए जाएंगे।

बता दें कि इस बार दशहरा उत्सव कोविड प्रोटोकॉल के तहत आयोजित होगा। इस बार दशहरे में देव समागम के अलावा कोई अन्य गतिविधि नहीं होगी। ऐसे में इस बार देवी-देवताओं को नजराना भी नहीं मिलेगा। देवताओं को नजराना देने के लिए प्रशासन को 60 से 70 लाख की जरूरत पड़ती है। कोरोना काल में प्रशासन ने नजराना दिए जाने को लेकर हाथ खड़े कर लिए हैं।

दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं को निमंत्रण दिए जाने पर जिला देवी-देवता कारदार संघ ने आभार जताया है। संघ के महासचिव नारायण चौहान ने कहा कि दशहरा की तिथि नजदीक आते ही देव समाज भी तैयारियों में जुट गया है। देवी-देवताओं के मुख-मोहरों को सजाने का काम भी शुरू कर दिया है।

वहीं, डीसी कुल्लू एवं दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने बताया कि दशहरा की तैयारियां शुरू कर दी हैं और अक्तूबर के पहले हफ्ते में सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण पत्र पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि दशहरा में लोग देव संस्कृति के दर्शन कर सकेंगे।

दशहरा उत्सव समिति द्वारा दशहरे में आने वाले देवी-देवताओं को हर सुविधा प्रदान की जाएगी। समिति देवी-देवताओं को ठहरने की जगह, टेंट, बिजली और पानी टेंट आदि प्रदान करेगी। वहीं, देवी-देवताओं के देवलुओं को समिति द्वारा सस्ते रेट पर लकड़ी, राशन, सिलिंडर और अन्य खाद्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों की घोषणा हो चुकी है। जिस कारण मंडी लोकसभा उपचुनाव के चलते दशहरा उत्सव में भी आचार संहिता रहेगी। ऐसे में मुख्यमंत्री व अन्य मंत्री भी दशहरा उत्सव से दूर रहेंगे। इस दौरान किसी भी तरह की घोषणा भी नहीं ही सकेगी।