जनमंच में भड़के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह

मंडी।। प्रदेश भर में रविवार को छह महीने बाद जनमंच आयोजित किये गए। मंडी जिला के करसोग में भी जनमंच का आयोजन किया गया। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम में जब एक शख्स लोल गांव में प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का विरोध कर रहा था तो मंत्री ने फटकार लगा दी। इसके बाद दोनों के बीच थोड़ी देर के लिए जुबानी जंग छिड़ गई, जिससे कार्यक्रम का माहौल भी कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया।

दरअसल, इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का विरोध करने वाले फरियादी का नाम गुरबख्श सिंह है और वह एक कांग्रेस नेता भी है। उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि प्लांट नगर परिषद क्षेत्र में बने, क्योंकि यहां उठाऊ पेयजल योजनाएं हैं। जिससे यहां पर प्रदूषण फैलेगा। अगर प्लांट में लीकेज हुई तो पानी दूषित होगा।

गुरबख़्श सिंह ने इसके बाद जलशक्ति मंत्री के विधानसभा क्षेत्र का ज़िक्र करते हुए कहा कि 2015 में धर्मपुर बस स्टैंड भी बह गया था। उसके बाद सरकार ने खड्ड किनारे सरकारी संपति का निर्माण बन्द किया है। अपने विधानसभा क्षेत्र का नाम सुनते ही जलशक्ति मंत्री भड़क गए।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि ओ मिस्टर सरकारी मंच है, कोई पार्टी का मंच नहीं। इसमें कोई बाधा न पहुंचाई जाए। मंत्री ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सरकारी जमीन पर बन रहा है। अगर निजी भूमि होगी, तो सरकार भूमि अधिग्रहण करेगी और उसके बदले में मुआवजा देगी।

गुरबख्श सिंह ने कहा कि वहां तो जमीन ही नहीं है तो फिर भूमि अधिग्रहण कहाँ से करेंगे। इस पर मंत्री और भड़क उठे और बोले- “हम करेंगे, सरकार करेगी, तू थोड़ी करेगा। आप रोकने वाले कौन होते हैं।” गुरबक्श सिंह ने फिर कहा कि जब लोग जमीन देना ही नहीं चाहेंगे तो सरकार कैसे ले लेगी जबरदस्ती तो कर नहीं सकते। अगर जबरदस्ती हुई तो हम कोर्ट जाएंगे। इस पर मंत्री बोले कि अगर नहीं देंगे तो जबरदस्ती ले ली जाएगी। उसकेबाद चाहे कोर्ट जाओ या कहीं और।

पूरे घटनाक्रम के बाद यह चर्चा बनी रही कि जानबूझकर धर्मपुर बस अड्डे का ज़िक्र किया गया था, जिसे सुनकर मंत्री भड़क गए। माहौल को तनावपूर्ण होता देख पुलिस कर्मी गुरबख्श सिंह को साइड में ले गए। तब जाकर मामला शांत हुआ।

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