बॉर्डर पर लगने लगा जाम, ‘कसौली-बड़ोग घूमकर लौट रहे कई टूरिस्ट’

प्रतीकात्मक तस्वीर

शिमला।। पर्यटकों के लिए दरवाजे खुलते ही हिमाचल आने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। परवाणु में पंजाब और हरियाणा से आ रही गाड़ियों का तांता देखने को मिल रहा है। हिमाचल सरकार की ओऱ से पर्यटकों को आने की इजाजत देने चंद घंटों के बाद ही परवाणु बैरियर पर जाम जैसी स्थिति देखने को मिली थी।

इस संबंध में परवाणु के डीएसपी योगेश का कहना है कि पहले जहां आठ पुलिसकर्मी ही एक शिफ्ट में काम संभाल रहे थे मगर वाहनों की बढ़ी हुई संख्या देखने के बाद छह और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कुछ पुलिसकर्मियों की छुट्टियां भी रद्द करनी पड़ी हैं।

हालांकि, परवाणु से हिमाचल प्रदेश आने वाले लोगों में सोलन, शिमला, सिरमौर और किन्नौर जिलों के निवासी भी हैं जो घर आने का इंतज़ार कर रहे थे। साथ ही दिल्ली, चंडीगढ़ और पंजाब में रहने वाले वो लोग भी हैं जिनके शिमला और अन्य पहाड़ी इलाकों में बंगले हैं।

भले ही हिमाचल प्रदेश सरकार का कहना है कि पर्यटकों को तभी हिमाचल आने दिया जाएगा जब उन्होंने कम से कम पांच दिनों की बुकिंग हिमाचल के होटल में करवाई हो। मगर अंग्रेज़ी अखबार ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चंडीगढ़, पंचकुला और मोहाली से कई सारे पर्यटक कसौली और बड़ोग आए औऱ कुछ घंटों बाद वापस चले गए। हालांकि, वे गए या नहीं या कब गए, इसका पता करने का प्रशासन के पास कोई तरीका नहीं है।

पर्यटकों के आने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। हालांकि, 500 के लगभग गाड़ियां ऐसी थीं जिसपर सवार पर्यटकों को जरूरी नियम पूरे न करने के कारण लौटा दिया गया।

सोलन के परवाणू में रविवार को 1700 के ज्यादा गाड़ियां पहुंची। इनमें हिमाचल प्रदेश के लोग भी थे और पर्यटक भी। जिन पर्यटकों के पास कोविड ई-पास वेबसाइट पर पंजीकरण की अकनॉलेजमेंट या कोरोनो नेगेटिव रिपोर्ट नहीं थी, उन्हें वहीं से लौटा दिया गया। बताया जा रहा है कि ऐसे वाहनों की संख्या 500 के करीब ती।

आगे जानें, पर्यटकों और होटल वालों के लिए हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग ने क्या दिशानिर्देश जारी किए हैं-

हिमाचल: पर्यटकों और स्थानीय होटल-टैक्सी वालों के लिए ये हैं नियम

 

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