दूसरों को दे रही हिदायत, खुद ‘सिक्योर’ नहीं हिमाचल पुलिस की वेबसाइट

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शिमला।। मंडी पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डालकर लोगों को फ्रॉड और स्कैम से बचने के लिए जागरूक करने का अभियान चलाया है। यह अच्छी पहल है मगर एक पोस्ट को लेकर उसपर सवाल उठ रहे हैं।

मंडी पुलिस ने बताया है कि SSL सर्टिफिकेट वाली वेबसाइट पर ही अपनी संवेदनशील जानकारी डालनी चाहिए वरना हैकर्स उसे चुरा सकते हैं। पोस्ट देखें-

सतर्क रहें,सुरक्षित रहें।।👮‍♀️👮‍♂️

Posted by Mandi Police on Saturday, 3 October 2020

इस बीच इन हिमाचल ने चेक करना चाहा कि क्या मंडी पुलिस का पोर्टल सिक्योर है। ऊपर दी गई पोस्ट में इसका यूआरएल mandipolice.in बताया गया है। यह असुरक्षित यानी इनसिक्योर है, इसमें https नहीं है। फिर हमने जानना चाहा कि क्या हिमाचल पोलिस का अपना पोर्टल भी सिक्योर है, तो पाया कि उसमें भी SSL सर्टिफिकेट इंस्टॉल्ड नहीं है। वह भी तब, जब यह सिटीजन्स पोर्टल है जहां लोग अपनी जानकरियाँ डाल सकते हैं।

https की जगह http है एचपी पोलिस सिटीज़न पोर्टल के यूआरएल में

मोबाइल और डेस्कटॉप, दोनों वर्जन्स को ब्राउजर इनसिक्योर बता रहा है। यह बात यूआरएल से भी पता चलती है, जिसमें https की जगह http है। यह बात मंडी पोलिस की हिदायत के अनुरूप नहीं है। मंडी पुलिस का कहना है वेबसाइट के यूआरएल में https जरूर होना चाहिए। जबकि यह उसीकी की वेबसाइट में नहीं है-

http://citizenportal.hppolice.gov.in:8080/citizen/login.htm

पुलिस से अपेक्षा की जाती है कि पहले वह अपने पोर्टल को सिक्योर करके उदाहरण पेश करे। इसी मकसद से यह समाचार प्रकाशित किया गया है।