बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी और स्मार्टफोन, कैसे होगी ऑनलाइन पढ़ाई

शिमला।। हिमाचल प्रदेश में 18 हज़ार से अधिक छात्रों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं। वहीं 225 स्कूल ऐसी जगहों पर हैं जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी या तो बिल्कुल नहीं हैं या फिर बहुत बेकार है। ऐसे में इन छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई तक पहुंच बहुत कम है। जिस कारण वे दूसरों से पिछड़ रहे हैं।

जिन 225 स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है या बेकार है, ऐसे सबसे अधिक 46 स्कूल सिरमौर जिले में हैं। इसके अलावा कुल्लू में 45, लाहौल और स्पीति में 23, चंबा में 19, ऊना में 19, मंडी में 18, बिलासपुर में 17, हमीरपुर में 15, कांगड़ा में 12, किन्नौर में पांच, सोलन में पांच और शिमला जिला में ऐसा एक स्कूल है।

निदेशक उच्च शिक्षा डॉ अमरजीत शर्मा ने कहा कि शिक्षकों और अभिभावकों के साथ आभासी बातचीत के दौरान इस मुद्दे को शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के संज्ञान में लाया गया था कि छात्रों के एक वर्ग के पास स्मार्टफोन नहीं था, जबकि कुछ दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी एक समस्या है, जिसके बाद उन्होंने छात्रों को फोन उपलब्ध कराने के लिए “एक मोबाइल दान करें” अभियान लॉन्च किया। 1,000 से अधिक मोबाइल वितरित किए गए थे।

जो छात्र ऑनलाइन शिक्षा से वंचित थे, उन्हें कंप्यूटर जनरेटेड और हाथों से लिखी पाठ्य सामग्री प्रदान की गईं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को नियमित अंतराल पर घर या सामान्य वितरण केंद्रों पर पाठ्य सामग्री देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

वहीं उन्होंने कहा कि पहले चरण में दसवीं और बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को स्मार्टफोन प्रदान किए जाएंगे। जहां इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं है या नेटवर्क कमजोर है, वहां टावर लगाने के लिए बीएसएनएल और अन्य दूरसंचार कंपनियों के साथ भी बातचीत की जा रही है।

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