बंजार के विधायक के कारण पीएम मोदी ऐसे आए कोरोना के ख़तरे में

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शिमला।। अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर एक नई बात सामने आई है। यह पता चला है कि कोरोना संक्रमित पाए गए बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी इस कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया कोरोना के संपर्क में आए थे। संक्रमण को लेकर सीएम से भी जानकारी छिपाए जाने की भी बात सामने आ रही है।

बाद में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बल्कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अन्य कई नेताओं के संपर्क में आए। उन्होंने पीएम को पेंटिंग भेंट करके और टोपी पहनकार सम्मानित किया था। हालांकि, इस दौरान कोरोना का फैलाव रोकने के लिए जरूरी नियमों का पालन किया गया था।

इस समय सीएम और पठानिया ने खुद को एहतियातन क्वॉरन्टीन किया हुआ है। उनके अलावा सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत आधा दर्जन से ज्यादा नेता भी आइसोलेट हो गए हैं। मगर सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर लक्षण होने के कारण विधायक ने टेस्ट करवाया था तो वह आइसोलेट क्यों नहीं हुए थे और क्यों इतने बड़े कार्यक्रम से पहले नेताओं से मिल रहे थे।

छिपाई गई जानकारी?
राकेश पठानिया ने कहा है कि जब वे शौरी से मिले थे तो दूरी का ध्यान रखा गया था और मास्क आदि भी पहने हुए थे। मगर इस मामले में स्वास्थ्य विभाग और सरकार पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह कहा जा रहा है कि पीएम के कार्यक्रम से एक दिन पहले ही शौरी के पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आ गई थी। अमर उजाला के मुताबिक़, दो अक्तूबर को ही पता चल गया था कि वह कोरोना संक्रमित हैं। लेकिन सीएम का कहना है कि उन्हें तीन अक्तूबर को इसकी जानकारी दी गई थी।

कथित तौर पर सीएम तक से जानकारी छिपाने के अलावा, स्वास्थ्य विभाग पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि किसी के भी पॉजिटिव पाए जाने पर उसके प्राइमरी कॉन्टैक्ट्स की ट्रेसिंग की जाती है ताकि संक्रमण और न फैले। मगर शौरी के मामले में ऐसा नहीं किया गया।

पीएम को ख़तरा कम
जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री को संक्रमण होने की सभावनाएं बहुत ही कम हैं क्योंकि उन्होने सामाजिक दूरी बनाई हुई थी और साथ उनके संपर्क में आए सीएम एक दिन पहले ही शौरी से मिले थे। संक्रमण तभी आगे फैलता है जब एक वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में जाकर मल्टीप्लाई कर चुका हो।इस प्रक्रिया में कई दिनों का समय लग सकता है। चूंकि यहां सीएम की शौरी और फिर पीएम से मुलाकात के बीच एक ही दिन का समय है, ऐसे में खतरा अधिक नही है। मगर थोड़ी चिंता की बात तब होगी जब सीएम का टेस्ट पॉजिटिव आए।