मंडी।। जिले के जोगिंदर नगर में कोरोना संक्रमण का मामला पाए जाने की अफवाह फैलने के तार डीपीआरओ ऑफिस मंडी से जुड़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि एक पोर्टल ने मॉकड्रिल की खबर का शीर्षक ऐसे लगाया था जैसे वाकई कोई मामला पाया गया हो। अंदर भी बाद में लिखा गया था कि यह मॉकड्रिल हो रही थी, न कि असली मामला पाया गया।
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पोर्टल का कहना था कि उनके ट्रेनी रिपोर्टर की गलती को वजह से ऐसी हेडिंग लगी है। अब साफ हुआ है कि हिमाचल प्रदेश जनसंपर्क विभाग की ओर से भी गड़बड़ी हुई है। डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर मंडी की ईमेल आईडी से पत्रकारों को प्रकाशन के लिए मॉकड्रिल की जो खबर भेजी गई थी, उसमें एक शीर्षक था-
“जोगिंदर नगर के डोहग में सामने आया कोरोना पॉजिटिव मामला”
स्क्रीनशॉट देखें-
बता दें कि डीपीआरओ के काम में जिले में हुए सरकारी कार्यक्रमों की खबरें मीडिया तक पहुंचाना भी शामिल है। इसके लिए वे संस्थानों के पत्रकारों को प्रकाशन के लिए प्रेस रिलीज वगैरह भेजते हैं। हालांकि, मीडिया संस्थानों को कोई भी खबर सावधानी से अपनी जिम्मेदारी पर छापनी होती है मगर यहां बड़ी लापरवाही डीपीआरओ ऑफिस की ओर से भी हुई है।
डीपीआरओ मंडी के नाम से फेसबुक प्रोफाइल भी है जिसपर ऐसी खबरें शेयर की जाती हैं। वहां भी इस खबर को पहले इसी हेडिंग के साथ डाला गया था, बाद में उसमें मॉकड्रिल ऐड किया गया। एडिट हिस्ट्री चेक करने पर यह बात साफ हो जाती है।
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इस विभाग का काम समाज में जागरूकता लाना भी है मगर अफसोस, इस मामले में यह खुद फेक न्यूज फैलाने का स्रोत बन गया। विभाग को अति सावधानी बरतने की जरूरत है और कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने की भी आवश्यकता है। विभाग का काम सही जानकारी लोगों तक पहुंचना है, सनसनीखेज शीर्षक देना नहीं।