मंडी।। जिले की बल्ह घाटी में एक राशन डिपो होल्डर द्वारा मृतकों को राशन बांटने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है। डिपो होल्डर द्वारा 9 मृतकों के नाम पर 134 किलो आटा, चावल, दाल, तेल, चीनी व नमक आदि राशन बंटा हुआ दिखाया गया है। मृतकों के नाम पर राशन बंटा दिखाकर कुल 1 लाख 18 हज़ार 156 रुपये के गोलमाल का भंडाफोड़ हुआ है।
यहाँ रोचक बात ये है कि सालों से चल रहा यह गोलमाल विभाग के रूटीन निरीक्षण या फिर ऑडिट में नहीं पकड़ा गया है। एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा बार-बार शिकायत किये जाने के बाद जब जांच की गई, उसमें यह गोलमाल सामने आया है।
जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले लक्ष्मण सिंह कनेट के जारी पत्र में बताया कि स्थानीय निवासी हेम सिंह सकलानी ने 27 सितंबर 2020 व उसके बाद 17 फरवरी 2021 को इस संदर्भ में शिकायत की गई थी। गोपालपुर के निरीक्षक पंकज शर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने शिकायत की जांच की।
उन्होंने बताया कि यह डिपो मनोरमा देवी के नाम पर है, जो गांव स्टोह कुम्मी में है। जांच में पाया गया कि 9 लोग जिनकी कुछ साल पहले मृत्यु हो चुकी है, उनके नाम पर राशन बांटा दिखाया जाता रहा। जांच के बाद जिला नियंत्रक ने डिपो होल्डर को 1 हफ्ते में पूरी रकम सरकारी खजाने में जमा करने के आदेश दिए हैं।
यहां सवाल यह उठता है कि विभाग के अंदरूनी ऑडिट करने वाले या फिर अन्य स्तर पर होने वाले ऑडिट व निरीक्षण करने वाले क्या देखते हैं। इस तरह के गोलमाल विभाग के ऑडिट में क्यों सामने नहीं आते हैं। अगर यहाँ भी स्थानीय व्यक्ति हिम्मत करके बार-बार शिकायत करके जांच का दबाव नहीं बनाता तो शायद यह मामला भी उजागर नहीं हो पाता। सरकार को इस तरह की घपलेबाजी पर सख्त रवैया अपनाने की जरूरत है।