कांगड़ा।। जिला कांगड़ा के उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने कहा है कि कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और अस्पतालों में न तो जगह की कमी है और न ही बिस्तरों की। उन्होंने लोगों से घबराए बिना पूरी सावधानी बरतने और कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए बनाए नियमों के पालन के लिए कहा है।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच धर्मशाला के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने अपने घर के परिसर को कोविड सेंटर के तौर पर इस्तेमाल करने की पेशकश की है। सोशल मीडिया पर डाले गए इस संदेश से जनता के बीच यह संदेश भी जा रहा है कि कांगड़ा में हालत इतनी खराब हो गई है कि सरकार के पास जगह और संसाधनों की कमी हो गई है जो उसे कोविड संक्रमित लोगों की देखभाल के लिए और जगह लेनी पड़े।
पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा के इस पोस्ट के कारण सोशल मीडिया में कुछ लोगों के बीच चिंता का माहौल भी देखा जा रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई कांगड़ा जिले में हालत इतनी खराब हो गई है प्रशासन के पास अस्पतालों में जगह नहीं बची है? इस तरह की चिंताओं को दूर करने के लिए ‘इन हिमाचल’ ने कांगड़ा के डीसी राकेश कुमार प्रजापति से बात की। उन्होंने आश्वस्त किया कि अस्पतालों में जगह और बिस्तरों की कमी नहीं है।
‘प्रशासन की तैयारी पूरी’
कांगड़ा के उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन की तैयारी पूरी है और किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए पहले से ही इंतजाम किए गए हैं। क्या किसी के घर या अन्य परिसर में कोविड केयर सेंटर बनाए जा सकते हैं? इस सवाल पर कांगड़ा के उपायुक्त ने बताया, “कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए ऐसी जगह चाहिए होती है जहां पर आधुनिक मेडिकल उपकरणों और पाइप्ड ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था हो सके। किसी के घर या अन्य परिसर में ऐसा करना संभव नहीं होता।”