बीजेपी अनिल शर्मा को पार्टी से निकालकर तो दिखाए: आश्रय शर्मा

मंडी।। हिमाचल प्रदेश की मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा के बाद अब उनके बेटे आश्रय शर्मा ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेने की कोशिश की है। अनिल शर्मा ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है। अब आश्रय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि अगर बीजेपी सरकार ऐसी ही प्रताड़ित करती रही तो अनिल शर्मा अगले चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे।

खास बात यह है कि 2017 से पहले वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे अनिल शर्मा ने 2017 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था और बीजेपी की सरकार में मंत्री भी बने थे। मगर 2019 में जब उनके बेटे आश्रय ने कांग्रेस के टिकट पर मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान किया तो उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा।

उसके बाद से बीजेपी ने न तो अनिल शर्मा को पार्टी से निकाला है और न ही अनिल ने इस्तीफा दिया है। बीजेपी में उनकी हालत ऐसी हो गई है कि कोई पूछ नहीं रहा। कई मंचों से अनिल कहते रहे हैं कि अधिकारी उनकी सुन नहीं रहे और उनके इलाके में विकास कार्य ठप हैं। उनका कहना है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। दो दिन पहले की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उन्होंने ऐसे ही आरोप लगाए थे।

अब उनके बेटे और कांग्रेस के महासचिव आश्रय शर्मा ने कहा है कि उनके पिता अगले चुनावों में मंडी से कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं। हालांकि, अजीब बात यह है कि उन्होंने इसके लिए बीजेपी से ही मांग की है कि वह उनके पिता को पार्टी से निकालने की कार्रवाई करे।

आश्रय ने कहा, “दो सालों से अनिल शर्मा पर कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा उन्हें निष्कासित करने की कार्रवाई तो करके दिखाए।” यही नहीं, आश्रय ने यह भी कहा कि उनके पिता अनिल शर्मा की हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात हुई है, जो हाल ही में मंडी आए थे।

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