शिमला।। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। बीते दो हफ्ते में प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस डबल हो गए हैं। कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़े कहीं न कहीं सरकार व प्रशासन की चिंता को भी बढ़ा रहे हैं।
प्रदेश में कई बच्चे भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया गया है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को अपना शिकार बनाएगी। ऐसे में बच्चों का संक्रमित पाया जाना अच्छा संकेत नहीं है।
आंकड़ों के अनुसार 28 जुलाई तक प्रदेश में कुल 953 एक्टिव केस बचे थे। वहीं, 9 अगस्त तक आते-आते यह आंकड़ा बढ़ कर 2,086 हो गया है। यानी दो हफ्ते में ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुना से ज़्यादा हो गए हैं।
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लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच एम्स ऋषिकेश ने भी लोगों को चेताया है। एम्स ने बढ़ते आर नॉट काउंट को लेकर चेतावनी दी है। एम्स के मुताबिक कोरोना संक्रमण को लेकर लोग लापरवाह हो गए हैं। एम्स का कहना है कि अगर लोगों ने अपने रवैये में बदलाव नहीं किया तो कोरोना की तीसरी लहर आने में देर नहीं लगेगी। जो बड़ी तबाही ला सकती है।
क्या होता है आर नॉट काउंट
आर नॉट काउंट ही यह दर्शाता है कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति कितने व्यक्तियों को कोरोना फैला रहा है। इससे यह भी पता चलता है कि समाज में कोरोना कितनी तेजी से फैल रहा है।
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मिशीगन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन का हवाला देते हुए एम्स ने कहा है कि भारत के आठ राज्यों में आर नॉट काउंट एक से ऊपर चला गया है। जिसमें हिमाचल भी शामिल है। हिमाचल में आर नॉट काउंट 1.17 है।
एम्स ऋषिकेश का कहना है कि आर नॉट काउंट बढ़ने के साथ संक्रमण की दर और कोविड की लहर की अवधि में भी इजाफा होगा। आर नॉट काउंट एक से कम होना चाहिए तभी कोरोना का प्रसार काबू में रहेगा और उसका अंत हो सकेगा।