हिमाचल प्रदेश के मंत्री कर्ण सिंह का दिल्ली एम्स में निधन

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नई दिल्ली।। हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कर्ण सिंह नहीं रहे। गुरुवार रात दो बजे दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया। आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री रहे कर्ण सिंह पिछले कुछ समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे। वह अपने पीछे पत्नी शिवानी सिंह और बेटे आदित्यविक्रम सिंह को छोड़ गए हैं। गौरतलब है कि कर्ण सिंह के एक बेटे का काफी साल पहले एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था। कुल्लू राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले कर्ण सिंह बीजेपी नेता और कुल्लू के विधायक महेश्वर सिंह के छोटे भाई थे।

कर्ण काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उनका विभाग अपने पास ले लिया था। कर्ण सिंह का जन्म 14 अक्टूबर 1957 को हुआ था। पॉलिटिकल साइंस में बीएस ऑनर्स की पढ़ाई की। वह तीन बार विधायक रहे और 2 बार मंत्री बने। कर्ण सिंह पहली बार 1990 में बीजेपी के टिकट पर बंजार से विधायक बने। 1998 में भी इसी सीट पर बीजेपी के टिकट से जीतकर विधायनसभा पहुंचे। तब उन्हें प्राथमिक शिक्षा मंत्री बनाया गया था। 2003 में उन्हें मनाली से उतारा गया मगर वह चुनाव हार गए।

राजनीतिक मतभेद के चलते कर्ण सिंह ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस जॉइन की। 2012 में बंजार से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की। वीरभद्र कैबिनेट में उन्हें आयुर्वेद और सहकारिता मंत्री बनाया गया था।