हमीरपुर।। हमीरपुर के नादौन में मिनी सचिवालय के लिए गिराए जा रहे पुराने तहसील भवन में प्रेत आत्मा होने की चर्चा थी। मजदूर इतने डरे हुए थे कि सामान बांधकर अपने गांव भागने की तैयारी में थे। खबर मिली है कि वहां पर एक तांत्रिक को बुलाया गया जिसने आत्मा को भगाने का दावा किया। इसके बाद ही इस भवन के आखिरी कमरे को गिराया गया। कमरे को गिराने में जेसीबी इस्तेमाल की गई क्योंकि मजदूर इसे तोड़ने को तैयार नहीं थेे।
दरअसल इस भवन को गिरा रहे मजदूरों ने कुछ दिन पहले काम बंद कर दिया था। उनका कहना है कि कोई प्रेत आत्मा उन्हें भवन नहीं गिराने दे रही है। मजदूरों का कहना है कि उन्हें किसी महिला के होने का आभास होता है। मजदूर इतने डरे हुए थे कि उन्हें सपनों में भी वह महिला दिखाई देने लगी थी जिसके साथ बच्चा होता था। वह कहती थी कि इस कमरे को मत गिराओ वरना बुरा होगा। गौरतलब है कि वह सिर्फ एक ही कमरे की बात करती थी, बाकियों की नहीं।
घबराए हुए मजदूर काम करने को तैयार नहीं थे, ऐसे में गग्गल से तांत्रिक मोहम्मद इब्राहिम को बुलाया गया। इब्राहिम ने प्रेत आत्मा को भगाने का दावा किया है। उसका कहना है कि पुराने भवन को बनाने से पहले इस जगह पर एक महिला और पुरुष की मौत हुई थी। तभी से यह आत्मा यहां रह रही थी। दिन में यह पेड़ में रहती थी और रात को बदल वाले कमरे में आ जाती थी। तांत्रिक ने दावा किया है कि उसने अपनी विद्या से दोनों प्रेत आत्माओं को शांत कर सही जगह भेज दिया है।
तांत्रिक द्वारा भरोसा दिलाने के बाद ही जेसीबी चालक ने कमरा गिराया। पूरी प्रक्रिया के दौरान तांत्रिक वहीं रहा। तांत्रिक के साथ आए लोगों का कहना है कि इब्राहिम गग्गल में मेहनत मजदूरी का काम करता है। ठेकेदार विजय धवन का कहना है कि वह अब तक 200 से ज्यादा भवन गिरा चुके हैं मगर ऐसा कभी नहीं हुआ। रविवार को एक मजदूर के बेहोश होने और हाथ पर गंभीर चोट आने के बाद मजदूरों ने काम बंद कर दिया गया था। आज के दौर में भी भूत-प्रेत और तांत्रिक आदि से जुड़ी यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।