छात्र की मौत के मामले में एफआईआर, चाइल्ड हेल्पलाइन ने भी किया बाल आश्रम का दौरा

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सुंदरनगर।। डैहर के बाल आश्रम में सीनियर छात्र द्वारा कथित तौर पर प्रताड़ित किये जाने के बाद 11 साल के बच्चे की पीजीआई में मौत के मामले में पुलिस हरकत में आई है। पुलिस ने बुली करने वाले छात्र और प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। शनिवार को पुलिस के अलावा चाइल्ड हेल्पलाइन ने भी बाल आश्रम में दबिश दी।

पुलिस ने प्रबन्धन और वरिष्ठ छात्र के खिलाफ जुवेनाइल एक्ट सेक्शन 75 के तहत एफआईआर दर्ज की है। वही पुलिस ने संस्थान में दबिश दी। इस दौरान जहा सुंदरनगर पुलिस टीम ने उप निरीक्षक प्रकाश चन्द की अगुवाई में बयान कलमबद्ध किए वहीं परिजनों द्वारा चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर पर दी शिकायत पर पहुंची मण्डी जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों की टीम ने संस्थान का निरीक्षण किया।

बाल कल्याण समिति का रवैया
इस बारे में जब पत्रकारों ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी डी.आर.नायक से बात की तो उन्होंने बताया कि संस्थान के बच्चों ने मारपीट की घटना बारे में इनकार किया है, इसलिए बाल कल्याण समिति कोई आगामी कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं जब उनसे मृतक लड़के व पूर्व में संस्थान के छात्रों से हुई मारपीट के बयान सबंधित वीडियो के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें वीडियो और उसकी सत्यता की कोई जानकारी नहीं है।

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गौरतलब है कि बाल आश्रम में पिछले लम्बे समय से कथित तौर पर चल रही वरिष्ठ छात्र की दादागिरी से हुई मौत, संस्थान द्वारा इस सन्दर्भ में कोई भी पुलिस शिकायत ना करवाए जाने और ना ही आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने सुंदरनगर थाना में बाल आश्रम के संचालकों व मारपीट के आरोपी छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी।

बच्चे के मामा रमेश, चाचा लालमन व लोगों का आरोप था कि मृतक अमन( 11) सातवीं कक्षा में पढ़ता था जिसे एक वर्ष पूर्व ही पिता की मौत उपरांत आश्रम में दाखिल करवाया गया था। इस बच्चे को पहले मारपीट के बाद तीन अप्रैल को सुंदरनगर के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर फिर उसे शिमला ले गए। मगर वहां भी सुधार न होने से उसे पीजीआई ले गए जहां पीजीआई में उसकी मौत 30 अप्रैल को हुई ।

मौत से कुछ घंटे पहले ही उसने अपनी मां और मामा को बताया था कि कैसी कैसी यातनएं उसे व अन्य बच्चों को संस्थान में 12 वीं में पढ़ने वाले एक वरिष्ठ छात्र द्वारा दी जाती थी। बच्चे का कहना था कि उन्हें रॉड से पीटा जाता है, रात को 12-12 बजे तक मुर्गा बना कर मारपीट की जाती है लेकिन संस्थान के ध्यान में मामला लाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती थी।

एफआईआर दर्ज किए जाने की पुष्टि करते हुए एसपी मण्डी गुरदेव सिंह ने कहा है कि मामले की बिना किसी दबाव के निष्पक्ष छानबीन की जा रही है।