शिमला।। हिमाचल प्रदेश अतिरिक्त मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए दीपक सानन ने कहा है कि वीरभद्र सिंह सरकार के दौरान हिमाचल प्रदेश में धारा 118 का जमकर उल्लंघन हुआ है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार इन मामलों की जांच करे नहीं तो मैं कोर्ट में गुहार लगाऊंगा।
दीपक सानन का आरोप है कि वीरभद्र सरकार ने नियम-कायदों को ताक पर रखकर हिमाचल की जमीनें बेचने की इजाजत दी। प्रेस क्लब में उन्होंने कहा वीरभद्र कैबिनेट ने कई मौकों पर धारा 118 का उल्लंघन किया और मनमर्जी से छूट दी।
भ्रष्टाचार के कई आरोपसानन ने न सिर्फ पिछली सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए बल्कि यह भी कहा कि मौजूदा सरकार इन मामलों में कुछ नहीं कर रही। सानन ने आरोप लगाया कि रामपुर के निजी मंदिर के जीर्णोद्धा के लिए नियमों को ताक पर रखकर 20.50 लाख रुपये दिए गए जिसमें कई अधिकारियों और नेताओं की मिली भगत है।
रोपवे को लेकर सवाल
सानन ने कहा कि रोहतांग रोपवे के लिए वीरभद्र सरकार ने 2016 में उसी पार्टी को काम दिया, जिसका टेंडर पहले रद किया गया था। सानन का आरोप है कि करोड़ों रुपये का घपला इसमें हुआ है।
होटलों को लेकर कथित गड़बड़ी
दीपक सानन ने छराबड़ा के फाइव स्टार होटल को लेकर भी यह दावा कि इससे सरकार को एक करोड़ रुपये हर साल की आमदनी होनी थी मगर 23 साल से एक पैसा नहीं आया। उन्होंने यह भी कहा कि वीरभद्र सरकार ने बड़ोग के एक होटल को उसी आदमी को दे दिया, जो सुप्रीम कोर्ट में सरकार के खिलाफ केस हार गया था।