ग्रामीणों का दावा- कोटरोपी में हर 20 साल बाद होता रहा है भूस्खलन

मंडी।। क्या कुदरत भी कोई पैटर्न फॉलो करती है? यानी क्या ऐसा होता है कि कोई घटना किसी खास अंतराल बात ही होती हो? हालांकि ऐसा होता नहीं है मगर कई बार कमाल के संयोग बन जाते हैं। और इस तरह के संयोगों पर नज़र डालें तो लगता है कि शायद कुदरत वाकई एक ख़ास डिजाइन पर काम करती है।

 

12 अगस्त की रात को मंडी के कोटरोपी में अचानक भूस्खलन आने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई। यह हादसा आज 2017 में हुआ, लेकिन कहा जा रहा है कि इससे ठीक 20 साल पहले और उससे भी 20 साल पहले इसी जगह पर भूस्खलन हो चुका है। पहले 1977 में और फिर 1997 में और वह भी अगस्त महीने में, जब बारिश चरम पर होती है।

 

हिंदी अखबार पंजाब केसरी के मुताबिक स्थानीय लोगों का कहना है कि 13 अगस्त की सुबह को साल 1997 में ठीक इसी जगह पर पहाड़ी दरक गई थी। उस भूस्खलन की चपेट में एक पुलिया भी आई गई थी। इस घटना के ठीक 20 साल बाद 12 अगस्त की रात को फिर यहीं भूस्खलन आया।

 

लोगों का तो यहां तक कहना है कि उनके बड़े-बुजुर्ग बताते रहे हैं कि 1977 में भी बरसात में मौसम में इसी जगह पर बड़ा भूस्खलन आया था। इस दावे पर यकीन करें तो लगता है कि कुछ तो संयोग है। मगर लोग कई बार बातें भी बनाते हैं।

 

1977 वाली बात को गलत मानें तो 1997 और 2017 में भूस्खलन आना महज संयोग हो सकता है। अगस्त के महीने में ही होना संभव भी है क्योंकि इस दौरान बारिश ज्यादा आती है। मगर एक ही दिन (12-13 अगस्त की रात) ऐसा होना गजब का संयोग है।

 

बहरहाल, यह तो गांववालों को ही पता होगा कि वे सच बोल रहे हैं या झूठ या फिर कहीं उन्हें डेट्स को लेकर गलतफहमी तो नहीं हुई।

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