शिमला में बर्फबारी के बीच सीएम की पदयात्रा और छाते की चर्चा

शिमला।। मंगलवार को जिस समय हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बर्फबारी हो रही थी, उस समय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सचिवालय से रिज की तरफ निकले।

सीएम ने ढाई किलोमीटर तक यात्रा की और हालात का जायजा लिया कि बर्फबारी के कारण शहर में कैसे हालात हैं। इस बात के लिए सीएम की तारीफ तो हो रही है, मगर वीडियो को लेकर एक और बात की चर्चा भी हो रही है- सीएम का अपना छाता खुद न पकड़ना।

दरसअल हिमाचल प्रदेश के नए सीएम की छवि ज़मीन से जुड़े हुए शख्स की है जो दिखावे से दूर रहते हैं। बहुत से लोगों को यह बात खटकी कि जब बाकी लोग अपने लिए छाता पकड़ सकते हैं तो सीएम क्यों खुद अपने लिए छाता पकड़कर नहीं चले। सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर निराशा जताते हुए लोग पूछ रहे हैं कि क्या सीएम बनने से पहले वह खुद के लिए छाता नहीं पकड़ते थे।

भारी बर्फबारी के बीच हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सचिवालय से रिज तक करीब ढाई किलोमीटर पैदल सफ़र कर पूरे हालात का जायजा लिया !

Northern Post ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಮಂಗಳವಾರ, ಜನವರಿ 22, 2019

दरसअल भारत में नेता और बड़े पदाधिकारी इन छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते। छाता तो फिर भी अलग बात है, कई नेता अपने सुरक्षा अधिकारियों से जूते उठवाने और जूते पहनवाने जैसा काम कर चुके हैं। मगर विदेशों में सारे काम दूसरों से करवाने के बजाय खुद करने को सम्मानजनक समझा जाता है और नेता भी इसमें यकीन रखते हैं। मगर भारत में ऐसा देखने को कम ही मिलेगा है।

जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आए थे उन्होंने अपना छाता ख़ुद पकड़ा था और इस तस्वीर की काफी तारीफ भी हुई थी।

हो सकता है मंगलवार को सीएम ने किसी कारण छाता खुद न पकड़ा हो मगर लोगों का कहना है उन्हें इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए और एक उदाहरण पेश करना चाहिए।

SHARE