हमीरपुर।। हमीरपुर में भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली के दौरान डीसी और एसपी को कार्यालय में डेढ़ घंटे तक अंदर बंद रखा। यही नहीं उन्होंने बाहर से ताला भी लगा दिया। हमीरपुर के डीसी, एडीसी, एसपी, एएसपी, डीएसपी और एसडीएम समेत सैकड़ों अफसर डेढ़ घंटे तक मिनी सचिवालय में कैद रहे। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कानून व्यवस्था ख़राब होने के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए यह काम किया।
खास बात यह है कि इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे और हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण कर रहे थे। यही नहीं, भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर हमीरपुर-सुजानपुर-सरकाघाट मुख्य सड़क मार्ग को भी बंद कर दिया जिससे ट्रैफिक जाम लग गया।
नहीं हुई कोई कार्रवाई
एसडीएम ने लाउडस्पीकर से पार्टी कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी जिसके बाद ताला खोला गया। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन मूकदर्शक बना रहा और कोई कार्रवाई नहीं की। मिनी सचिवालय में अपने काम करवाने आए लोग भी खासे परेशान हुए।
परमिशन गांधी चौक तक यात्रा की थी
डीसी मदन चौहान ने कहा कि भाजयुमो को रैली की परमिशन सिर्फ मात्र गांधी चौक तक थी लेकिन कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में घुसकर नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन से आम जनता को भी भारी परेशानी हुई है जिससे कानून कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे और बीजेपी नेता अरूण धूमल ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। हालांकि सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं कि अधिकारियों को बंधक बनाकर सरकारी संस्थान के गेट पर ताला लगाकर उनके कार्यकर्ताओं ने खुद कानून व्यवस्था का कितना सम्मान किया है।