एमबीएम न्यूज नेटवर्क, सोलन।। सोलन के कंडाघाट के विवादित बाबा अमरदेव को लेकर विवाद जारी है। तेंदुओं की खालें रखने, वनभूमि कब्जाने और महिला पर तलवार से हमला करने जैसे संगीन आरोपों से घिरे बाबा के सत्ताधारी नेताओं से संबंध छिपे नहीं है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद तो कंडाघाट पुलिस स्टेशन का सारा स्टाफ ही ट्रांसफर हो गया था। अब 35 गांवों की महापंचायत ने फैसला किया है कि बाबा को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
इस बीच सोलन के उपायुक्त राकेश कंवर ने रामलोक मंदिर का जायजा लिया। उपायुक्त ने विश्वास दिलाया कि मसले का सौहार्दपूर्ण तरीके से हल निकाला जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने डीसी से आग्रह किया कि सरकार को अवगत करवाया जाए कि रूढ़ा गांव में बाबा अमरदास को स्थानीय लोग नहीं रखना चाहते। ग्रामीणों ने आश्वासन दिलाया कि रामलोक मंदिर के संंबंध में सरकार का जो भी निर्णय होगा, उसे ग्रामीण सहर्ष स्वीकार करेंगे।
स्थानीय लोगों ने साफ शब्दों डीसी को भी कहा है कि बाबा अमरदास को यहां न रहने दिया जाए। उपायुक्त ने भी ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि समस्त क्षेत्रवासियों की भावना से राज्य सरकार को अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया। ग्रामीणों द्वारा बुलाई गई महा पंचायत के मद्देनजर प्रशासन ने पूरी तैयारियां की हुई थीं।
गौरतलब है मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कहना है कि बाबा और लोगों के बीच कुछ गलतफहमियां हैं जो जल्द दूर हो जाएंगी। इस मामले की सभी खबरें पढ़ने और विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।