धर्मशाला में जिंदगी के आखिरी दिन बिताना चाहते हैं 14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो

धर्मशाला। 14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो ने अपने जीवन के अंतिम दिन धर्मशाला में ही व्यतीत करना चाहते हैं। ये इच्छा उन्होंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान जताई। इस मौके पर 14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो ने कहा कि उन्हें लगता है कि धर्मशाला की आबोहवा और भौगोलिक परिस्थितियां उनके लिए अनुकूल हैं।

दरअसल तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने मैक्लोडगंज में अस्थायी निवास स्थान से ऑनलाइन माध्यम से जापान के फारेन कोरेसपोंडेंट्स क्लब ऑफ तिब्बत हाउस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्याखान दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब भी दिए और उक्त बातें भी कहीं।

इसी दौरान दलाई लामा ने कहा कि धर्मशाला उनके स्वास्थ्य के लिए ये जगह बहुत अच्छी है। दलाई लामा ने धर्मशाला की विशेषताओं पर बोलते कहा कि यहां पर बर्फ से लदे पहाड़ और झीलें हैं। यह वजह है कि मुझे ये जगह बेहद पसंद है।

दलाई लामा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कही गई बात को साझा करते हुए कहा कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलना हुआ था तो मैंने कहा था कि मैं भारत में ही रहना चाहता हूं, क्योंकि भारत में पूर्ण रूप से स्वतंत्रता है। भारत में धार्मिक सद्भावना है। दलाई लामा ने कहा कि अगर सिद्धांतों की बात की जाए तो भारत उनके लिए बहुत अनुकूल जगह है।