इन हिमाचल डेस्क।।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का भविष्य कोर्ट में अटका पड़ा है। सीबीआई ने कहा है कि उसके पास वीरभद्र के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिस तरह के सबूतों की जानकारी मीडिया में आई है, वे वीरभद्र की गिरफ्तारी के लिए काफी हैं। कांग्रेस हाईकमान भी इस बात से वाकिफ है और किसी तरह का संकट पैदा न हो, इसलिए मंथन चल रहा है। फॉर्म्यूला निकाला गया है कि सीएम के साथ डेप्युटी सीएम भी होगा, जो भविष्य में पार्टी की कमान संभाल सके।
इस तरह की खबरों को ध्यान में रखते हुए इन हिमाचल में अपने पाठकों से एक पोल पूछा था, जिसमें 84789 लोगों ने जवाब दिया है। पोल की सेटिंग ऐसी थी कि एक यूजर एक ही बार जवाब दे सकता था। हमने 4 प्रमुख नेताओं के नाम देते हुए पूछा था कि वे कांग्रेस में किसी अगला मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। इन नेताओं में कौल सिंह ठाकुर, जी.एस. बाली, विद्या स्टोक्स और सुधीर शर्मा थे।
इस पोल के नतीजों में परिवहन, तकनीकी शिक्षा और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री जी.एस बाली सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं। उन्हें सबसे ज्यादा लोगों ने वोट किया है। 55 फीसदी लोगों ने बाली को मुख्यमंत्री के तौर पर पसंद बताया है। बाकी तीनों नेताओं को कुल मिलाकर 45 फीसदी वोट मिले हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि बाली की लोकप्रियता कौल सिंह ठाकुर, सुधीर शर्मा और विद्या स्टोक्स के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
परिवहन मंत्री जी.एस. बाली (Image Courtesy: Amar Ujala) |
दूसरे नंबर स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर रहे, जिन्हें 24 फीसदी वोट पड़े। इसके बाद शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा रहे, जिन्हें 15 प्रतिशत वोट पड़े। विद्या स्टोक्स 6 फीसदी वोटों के साथ आखिर में रहीं। पोलिंग के दौरान मतदान के आंकड़े में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। जी.एस. बाली सबसे आगे रहे। पहले दिन कौल सिंह ठाकुर सबसे पीछे रहे थे, मगर बाद में वह दूसरे नंबर पर आ गए।
पाइ चार्ट |
गौरतलब है कि कांगड़ा से दिग्गज और तेज-तर्रार नेता जी.एस. बाली ने हाल ही में फेसबुक पेज GS Bali पर जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाई है। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक वह अक्सर अपने मंत्रालयों द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हैं और मेसेज के जरिए मिली समस्याओं का समाधान भी करते हैं। वह सुझाव भी आमंत्रित करते रहे हैं, जिनके आधार पर कई फैसले लिए गए हैं। युवाओं के साथ दो-तरफा संवाद स्थापित करने की वजह से भी बाली की लोकप्रियता बढ़ी है।
संभव है कि कौल सिंह ठाकुर को पिछले दिनों चर्चित रही ऑ़डियो सीडी की वजह से नुकसान झेलना पड़ा है। इसके अलावा अपने काम के जरिए भी वे लोगों को प्रभावित करने में नाकामयाब रहे हैं। विद्या स्टोक्स जहां अस्वस्थ हो चुकी हैं, वहीं सुधीर शर्मा ने युवाओं के बीच कुछ हद तक पहुंच बनाई है। हाल ही में धर्मशाला में नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत का श्रेय उन्हें दिया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर हुई रायशुमारी का आंकड़ा असल में जमीनी स्तर पर की गई रायशुमारी के आंकड़े के बराबर होता है, यह नहीं कहा जा सकता। मगर सोशल मीडिया पर प्रदेश युवाओं से लेकर उम्रदराज़ लोगों तक की मौजूदगी हाल में बढ़ी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जमीनी स्तर पर राय में बहुद ज्यादा फर्क नहीं होगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पूरी तरह से बैकफुट पर आए हैं। अभी तक आलाकमान को विश्वास में लेने में कामयाब रहे वीरभद्र अपनी लड़ाई में अकेले पड़ते जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि उसके दामन पर और दाग लगे, क्योंकि स्कूटर पर सेब ढोने और छापेमारी के बाद पिछले इनकम टैक्स रिटर्न ज्यादा भरने से साफ दिखता है कि कुछ न कुछ तो गोलमाल किया गया है।