वनरक्षक की मौत पर मुख्यमंत्री वीरभद्र ने कहा- इस तरह के एक-दो केस हो जाते हैं

मंडी।। मंडी जिले के करसोग में फॉरेस्ट गार्ड होशियार की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि कई बार इस तरह के एक-दो केस हो जाते हैं। उन्होंने वन माफिया की बातों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में कभी वन माफिया का खौफ था, लेकिन आज वन माफिया दूर भागते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी मामले की सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है। बीजेपी नेता राजीव बिंदल ने ”न्यूज 18 पंजाब, हरियाणा हिमाचल” से बात करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। साथ ही उन्होंने मांग की कि इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच होनी चाहिए।

Courtesy: News 18 Himachal

मंडी में आए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस मामले पर कहा, ‘कई दफा इस तरह के एक-दो केस हो जाते हैं क्योंकि वन रक्षकों का कार्य काफी जोखिम भरा होता है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। प्रदेश की पुलिस जांच करने में पूरी तरह से सक्षम है और भविष्य में अगर जरूरत पड़ी तो केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा लिया जा सकता है।’

गौरतलब है कि इससे पहले स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भी उन्होंने कैजुअली कहा था- जहां आबादी होगी, वहां कोई न कोई बीमारी तो होगी ही (यहां क्लिक करके पढ़ें खबर) ।

उधर मृतक वन रक्षक होशियार सिंह का जोनल हॉस्पिटल मंडी में पोस्टमॉर्टम करवाया गया, मगर बाद में परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था। जब उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन लिया तभी वे शव लेकर घर के लिए रवाना हुए। गौरतलब है कि होशियार सिंह के परिजन वन विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे है। वह यह भी कह रहे हैं कि वन माफिया को संरक्षण दिया जा रहा है।

कुछ महीने पहले ही लगी थी जॉब

परिजनों का कहना है कि होशियार सिंह को धमकियां मिल रही थीं और वन विभाग के अधिकारी इन धमकियों को हल्के में ले रहे थे। परिजनों का यहां तक कहना है कि जंगल में पेड़ों के ताजा कटान के सबूत भी मौजूद हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही।

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