हिमाचल की बेटियों के लिए प्रेरणा बनीं आईएएस मानसी सहाय ठाकुर

इन हिमाचल डेस्क।।

बिलासपुर के टीहरा में हुए सुरंग हादसे और बचाव कार्य के घटनाक्रम के दौरान लोगों ने कुदरत के चमत्कार मजदूरों की हिम्मत के साथ एक और  बड़ी चीज देखी। वह थी- जिला बिलासपुर की उपायुक्त मानसी सहाय ठाकुर का सवेंदनशील प्रबंधन।

मानसी सहाय ठाकुर के जज्बे को देखकर वहां का हर शख्स हैरान था।  12 सितमबर से मानसी ठाकुर लगभग 24 घंटे घटनास्थल पर मौजूद रहीं। बचाव कार्यों की  निगरानी  करते हुए बारिश में छाता लेकर कीचड़ से सने रास्तों से  गुजरती इस महिला आईएएस की अपनी ड्यूटी के लिए निष्ठा काबिले तारीफ़ थी।


घटनास्थल पर ही शिफ्ट कर दिया था जिलाधीश कार्यालय 
मानसी ठाकुर ने मजदूरों के परिजनों के वहीं रहने के लिए सारे प्रबंध किए थे।  सब से बड़ी बात है कि इन्होंने इतने दिनों के लिए अपने आफिस को भी यहीं शिफ्ट कर दिया था। बचाव कार्य की निगरानी के साथ ऑफिस के कार्यों फाइल्स आदि को वो यहीं से चला रहीं थीं। मानसी को उस समय आलोचना का सामना भी करना पड़ा, जब उन्होंने घटनास्थल पर मीडिया के प्रवेश से पाबंदी लगा दी।  परन्तु ऐडमिनस्ट्रेटर के नजरिए से सोचा जाए तो यह एक वाजिब फैसला था, क्योंकि जीरो ग्राउंड पर किसी भी तरह की डिस्टरबेंस से  बचाव  कार्य में रुकावट आ सकती थी।
मुख्यमंत्री को रहत कार्यों का ब्योरा देती मानसी ठाकुर
खुद मंदिरों में मांगी मन्नत
बचाव कार्य के दौरान जब बार-बार ड्रिलिंग मशीन में खराबी आ रही थी तो स्थानीय लोगों ने कहा कि देवताओं को मनाया जाए तो बात बन सकती है। इस बात पर बिना कोई तर्क किये अंदर फंसे दो मजदूरों की जिंदगी की खातिर खुद यह महिला आईएएस मजदूरों  के परिजनों के साथ स्थानीय मंदिरों में पूजा करने गईं एवं मशीनों की पूजा भी की।

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सबसे पहले प्रशासन की तरफ से मानसी  ठाकुर ने ही अंदर मजदूरों से फोन पर बात की थी। मानसी का कहना है अभी ऑपरेशन कम्पलीट नहीं हुआ है। जब तक तीसरे मजदूर का कुछ पता नहीं चल जाता, हमारा कार्य जारी रहेगा।

कुलमिलाकर  निर्माण कंपनी की तरफ से हो सकता है कोताही हुई हो, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। लेकिन बिलासपुर जिला प्रशासन और खुद जिलाधीश ने जिस तरह से अग्रिम पंक्ति में मोर्चा संभाला था, वह लोगों में चर्चा का विषय है।

मानसी ठाकुर जैसे महिला अधिकारी हिमाचल प्रदेश की हर बेटी के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं। खासकर पैरंट्स के लिए भी कि बेटियां भी पढ़-लिखकर महत्वपूर्ण पदों पर जा सकती हैं और  कठिन परिस्थितियों में  जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकती हैं।
‘इन हिमाचल’ जिलाधीश बिलासपुर मानसी सहाय ठाकुर के जज्बे, कर्तव्यनिष्ठा और संवेदना  को सलाम करता है।

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