बुजुर्ग ने किया था अनशन, सीएम ने निभाया फोन पर किया वादा

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कांगड़ा।। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर आमरण अनशन करने वाले देशबंधु शर्मा की मांग पूरी हो गई है। लगभग दो महीने पहले उन्होंने सीएचसी रक्कड में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की समस्या उठाई थी औऱ कहा था कि यहां पर आपातकालीन स्थिति में इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए। देशबंधु काफी मान-मनौव्वल के बाद भी अनशन तोड़ने को राजी नहीं हुए थे। फिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फोन पर उनसे बात करके मांगें मानने का आश्वासन दिया था। अब सीएचएसी रक्कड़ को 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं देने वाले संस्थान के तौर पर अपग्रेड कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला
दरअसल देशबंधु इस मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रक्कड़ में 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाए। उनकी मांग की थी कि यहां 24 घंटे आपातकालीन सेवा में डॉक्टर रहना चाहिए। 76 वर्षीय बुजुर्ग देशबंधु शर्मा जब अनशनल कर रहे थे तो सरकार से लेकर पार्टी तक कई पदाधिकारी उन्हें मनाने पहुंचे थे, मगर वह चाहते थे कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती, वह अनशन नहीं तोड़ेंगे। वर्तमान और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की गुजारिश के बावजूद वह अनशन नहीं तोड़ना चाह रहे थे।

उद्योग मंत्री और स्थानीय विधायक विक्रम ठाकुर भी देशबंधु से मिलने पहुंचे थे। उनके काफी देर तक मनाने के बाद भी जब देशबंधु नहीं माने तो उन्होंने पहले सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार से बात करवाई थी। सीएम ने उस वक्त भी उनसे कहा था कि आपकी मांगों को पूरा किया जाएगा मगर वह चाह रहे थे कि तुरंत ऑर्डर किए जाएं।

उसके बाद भाजपा के संगठन मंत्री पवन राणा ने उन्हें फोन पर विश्वास दिलाया था कि अगली कैबिनेट बैठक में उनकी मांग पूरी कर दी जाएगी। तब जाकर उन्होंने करीब 80 घंटों बाद अनशन तोड़ा था। बाद में उन्होंने शाहपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी। अब, मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उनकी मांग पूरी कर दी गई है। कैबिनेट ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रक्कड़ को 24 घंटे सेवाएं प्रदान करने वाले आपातकालीन चिकित्सा संस्थान के रूप में स्तरोन्नत करने की स्वीकृति प्रदान की है।

कौन हैं देशबंधु शर्मा, जिन्हें वर्तमान व दो पूर्व मुख्यमंत्री भी नहीं मना पाए