ऊना।। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, हिमाचल प्रदेश के नेताओं की ज़ुबान से तीखे बयान निकलते जा रहे हैं। अब बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। हिंदी अखबार पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक सत्ती भाजयुमो की रैली में शब्दों की मर्यादा ही भूल गए।
अख़बार ने लिखा है, ‘ऊना में भाजयुमो की आक्रोश रैली के दौरान सत्ती ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर पूरे गांधी-नेहरू परिवार पर अशोभनीय टिप्पणी की। अपने जोशीले भाषण के दौरान सत्ती ने गांधी जी को धोती, टोपी और लंगोट वाला कहकर संबोधित किया।’
बताया जा रहा है कि परिवारवाद पर बात करते हुए सत्ती ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेस को धोती, टोपी और लंगोटी वाले बापू के घर से ही उम्मीदवार मिला। उनके अलावा पूरे देश में कांग्रेस को कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं मिल पाया।
खबर के मुताबिक सत्ती ने महात्मा गांधी के के अलावा पंडित जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी टिप्पणी की। अखबार के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘कौन सा बापू, कौन सा चाचा और कौन सी मां। ये सारा कुछ कांग्रेस ने अपने लिए बांट लिया है। कोई चाचा नेहरू बन गया, कोई बापू, कोई राष्ट्र मां और कोई राष्ट्र बेटा।’
गौरतलब है कि ऐसा बयान देने से ठीक एक दिन पहले सत्ती ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को असभ्य बताते हुए कहा था, ‘सीएम वीरभद्र को अब उम्र का भी लिहाज नहीं है और शायद अब उनका अपनी भाषा पर भी नियंत्रण नहीं है।’