शिमला।। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चार दिन का मॉनसून सेशन शुक्रवार को खत्म हुआ। चार दिन के सत्र के दौरान विधानसभा की कार्यवाही सिर्फ और सिर्फ सवा 3 घंटे चली। इससे पहले बीजेपी विधायकों का शोर-शराबा, हंगामा, नारेबाजी, वॉकआउट और स्पीकर की तरफ से सदन का स्थगन ही देखने को मिला। मगर इस सेशन में हिमाचल प्रदेश की जनता के लाखों रुपये बर्बाद कर दिए गए। यह सेशन सत्ता और विपक्ष की ज़िद की भेंट चढ़ गया। न तो किसी मुद्दे पर चर्चा हुई, न ही कोई ढंग का काम हो सका। मगर आखिरी दिन दोनों पक्षों के नेता हंसी-खुशी मिले और विधानसभा की कार्यवाही अच्छे से निपटाने के लिए एक-दूसरे का धन्यवाद देते नहीं थके। (कवर इमेज फाइल फोटो है)
बीजेपी का हंगामा
सत्र के पहले दिन से ही बीजेपी नियम 67 के तहत काम रोककर गुड़िया केस पर चर्चा करना चाहती थी। स्पीकर ने यह मांग मानी नहीं और गतिरोध बना रहा। चौथे दिन भी यही हुआ। भाजपा के विधायकों ने हंगामा कि या और सीबीआई की तरफ से कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने को लेकर चर्चा की मांग की। सरकार से विपक्ष के फैसले पर कोई निर्णय नहीं आया। बीजेपी के चीफ विप सुरेश भारद्वाज ने मुद्दा उठाया तो स्पीकर बृज बिहारी बुटेल ने यह मांग यह कहते हुए खारिज कर दी मामला कोर्ट में विचाराधीन है। पहले दिन से ही ऐसा होता आ रहा था। बीजेपी का कहना था कि मामले पर चर्चा हो सकती है और इस तरह के मामलों पर पहले भी चर्चा होती रही है। मगर न विपक्ष झुकने को तैयार हुआ, न सत्ता पक्ष।
…और फिर बीजेपी के सुर बदल गए
चौथे दिन की कार्यवाही अभी 15 मिनट ही चली थी कि हंगामा हो गया। स्पीकर ने इसे 12 बजे के लिए स्थगित किया। 12 बजे कार्रवाई शुरू हुई। और अब बीजेपी के सुर बदल गए। संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज गणेश चतुर्थी है और आखिरी सेशन का आखिरी दिन है (क्योंकि अब चुनाव होने हैं), इसे खुशी के साथ खत्म किया जाए। बीजेपी विधायक सुरेश भारद्वाज ने आश्वासन दिया कि अब विवाद नहीं होगा। चार दिन बर्बाद करने के बाद बीजेपी के रुख में नरमी आई।
इस सेशन में 3 विधेयक हुए पास
आखिर में विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने से पहले कहा कि इस सत्र की 4 बैठकों के दौरान कुल 6 विधेयक सदन में विचार के लिए रखे गए, जिनमें से 3 को पास किया गया और 1 को सरकार ने वापस लिया। इसके साथ ही विभिन्न समितियों के प्रतिवेदनों को भी सभा पटल पर रखा गया।
मुख्यमंत्री ने लगाए भारत माता की जय के नारे
सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सदन में भारत माता की जय और हिमाचल की जय के नारे लगाए। सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी इस दौरान उनके साथ ये नारे लगाए। इसके बाद नेताओंं ने हाथ मिलाया और आने वाले चुनाव के लिए एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और विदा हो गए।