मंडी।। मंडी जिले के कोटरोपी में जहां पर भूस्खलन हुआ है, वहां पर कुछ परिवारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उनका कहना है कि गांव के पीछे की जमीन पर पहले ही दरारें आई गई थीं मगर न तो प्रशासन ने उनकी सुध ली और न ही उनके विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने फरियाद सुनी। ग्रामीणों ने ये बातें पंजाब केसरी अखबार से बातचीत के दौरान कहीं (पढ़ें)।
जहां पर भूस्खलन हुआ है, वह इलाका द्रंग विधानसभा सीट में पड़ता है। यहां से ठाकुर कौल सिंह लंबे समय से जीतते आए हैं और कई बार मंत्री रहे हैं। हिंदी अखबार पंजाब केसरी से बात करते हुए स्थानीय निवासी चौबेराम ने बताया कि दो दशक पहले उन्होंने अपने भाइयों के साथ एक मुस्लिम परिवार से यह जमीन खरीदी थी।
इनका कहना है कि यहां पर पांच अलग मकान और गऊशालाओं बनाई गई थीं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले गांव के पीछे की ज़मीन पर दरारें आ गई थीं और इस वजह से उन्होंने यहां से कहीं और जाने का मन बना लिया था। उन्होंने कहा कि मांग के बावजूद न तो प्रशासन ने जमीन में आई दरारों का संज्ञान लिया और न ही उनके विधायक और कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ने फरियाद सुनी।
अगर गांव वालों की बातें सच हैं तो प्रशासन पहले हरकत में आ सकता था। दरअसल हमारे देश में व्यवस्था ऐसी है कि जब तक कुछ हो नहीं जाता, तब तक किसी को होश नहीं आता। न तो किसी को ऐसी चीज़ों की चिंता होती है और न ही वे इतने सक्षम हैं कि कोई उपाय कर सकें। इसी रवैये का खामियाजा हमें अक्सर मासूमों की जान गंवाकर भुगतना पड़ता है।