शिमला।। कोटखाई रेप ऐंड मर्डर केस में नेपाली मूल के आरोपी सूरज की पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में हुई मौत को लेकर नई जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि कोटखाई थाने में तैनात रहे संतरी ने सीबीआई को बयान दिया है कि राजू ने लॉकअप में सूरज को मेरे सामने नहीं मारा।
हिंदी अखबार अमर उजाला की मंगलवार को पहले पन्ने पर छपी रिपोर्ट कहती है कि यह संतरी उस रात तीन घंटों के लिए राजू और सूरज पर निगरानी के लिए तैनात था। अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि संतरी ने बताया है कि थाना प्रभारी ने मुंशी से लॉकअप खुलवाया था और वह सूरज को बाहर लेकर गया था। उसके बाद जब तक वह ड्यूटी पर रहा, राजू वहां अकेला ही था।
संतरी ने कहा कि सूरज को कब वापस लाया गया, इसकी जानकारी नहीं है क्योंकि तब तक मेरी ड्यूटी खत्म हो गई थी। जब उससे पूछा गया कि पुलिस को अलग बयान क्यों दिया तो संतरी ने कहा कि पुलिस ने पहले से ही लिखे बयान पर मेरे हस्ताक्षर करवाए हैं।
गौरतलब है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सूरज के शव पर बेल्ट और डंडों के निशान मिले थे। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी चोट की गई थी। अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि संतरी के बयान के बाद सीबीआई अब थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों से कड़ी पूछताछ कर रही है।