बिलासपुर।। हिमाचल प्रदेश के चार जिलों से गुजरने वाली हाई टेंशन इलेट्रिक टावर लाइन की वजह से इसके नीचे के इलाकों में होने वाले धमाकों पर शिमला हाई कोर्ट ने संज्ञान ने लिया है। गौरतलब है कि कोल डैम से पंजाब और अन्य राज्यों की ओर बिजली ले जाने के लिए रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और उसकी सहयोगी कंपनी पार्वती कोल डैम ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (पीसीटीएल ) ने जब टावर लाइन बिछाए थे, तब बिलासपुर के लोगों ने कंपनी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स के खिलाफ पुलिस में दर्ज करवाई गई थी।
चार जिलों के याचिकाकर्ता किसानों ने टावर लाइन जागरूकता मंच के बैनर तले हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखा है कि कोल डैम के निर्माण के साथ बिजली को पंजाब और अन्य राज्यों में ले जाने के लिए रिलायंस की सहयोगी कंपनी पीसीटीएल ने बिलासपुर, कुल्लू, मंडी और सोलन जिलों से होते हुए टावर लाइन बिछाई है। किसानों का आरोप है कि इस टावर लाइन के निर्माण के समय कंपनी ने किसानों को विश्वास में नहीं लिया और न ही सही मुआवजा दिया गया। कंपनी ने उनके सैकड़ों फलदार पेड़ भी काट डाले थे।
इन्ही अनियमितताओं का हवाला देते हुए ग्रामीणों ने 3 अलग-अलग एफआईआर सदर पुलिस थाना और बरमाणा पुलिस थाना में रिलायंस व पीसीटीएल के खिलाफ दर्ज करवाई। इनमें ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के पास इस टावर लाइन को बिछाने की उचित अनुमति नहीं है। न तो उसके पास विभाग का एनओसी है और न ही किसानों को मुआवदिया है, जो कि बड़ा गड़बड़झाला है।
इसमें लिखा गया है कि इस टावर लाइन की जद में आने वाले गांवों में बीते रसे से हाई वोल्टेज के कारण धमाके हो रहे हैं। कई घरों में आग लगने के मामले भी सामने आए हैं। जांच में क्या पाया गया था, इसकी रिपोर्ट इस आर्टिकल के आखिर में पढ़ी जा सकती है।
कंपनी ने हाई कोर्ट में तीनों FIR को खत्म करने की अपील की थी । इस अपील पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश संदीप शर्मा ने डीसी बिलासपुर को आदेश दिए हैं कि 2015 में मजिस्ट्रेट की निगरानी में टावर लाइनों पर जो जांच रिपोर्ट बनाई गई थी, जिसमें टावर लाइन के निर्माण में कम्पनी द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुए अनियमितताएं बरतने का मामला पाया गया था, उस जांच रिपोर्ट पर आज दिन तक सरकार द्वारा क्या कार्रवाई की गई है। हाई कोर्ट ने डीसी बिलासपुर से इस पर चार हफ्ते में शपथपत्र देकर जानकारी देने के आदेश दिए है।
गौरतलब है कि टावर लाइन की जद में आए गाँवों में आए दिन धमाके होने की खबरें भी खबरों में छपती रहीं हैं। इनमें बिलासपुर जिला के धौन कोठी गाँव में पशुशाला और लोगों के घरों में आग लगने के मामले भी सामने आए हैं।