शिमला।। शिमला में हुई 10वीं की छात्रा की रेप के बाद हत्या के मामले में जो जानकारियां सामने आ रही हैं, वे रूह को कंपा दे रही हैं। हिंदी अखबार अमर उजाला लिखता है कि रेप और हत्या के बाद पीड़िता के शव को सबसे पहले उसके मामा ने देखा। मामा का कहना है कि कुछ देर के लिए तो मैं सन्न रह गया। बेटी की बाजू और टांग को तोड़कर मोड़ दिया गया था। शरीर पर खरोंचों के भी निशान थे।
पिता ने कहा- मैं दरिंदों से कुछ पूछना चाहता हूं
अखबार के मुताबिक लड़की के मामा का कहना है कि यह दरिंदगी किसी एक शख्स की नहीं हो सकती, इसके पीछे गैंग है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटी की चीखें जंगल में ही दबकर रह गईं और पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर रही। उधर शिमला के एसपी डीडब्ल्यू नेगी ने विक्टिम के पिता से बात की तो पिता ने कहा, ‘पहले दोषियों को पकड़कर मेरे पास लाओ। वे पहले मेरे गुनहगार हैं उसके बाद कानून के। मैं उन्हें देखना चाहता हूं, उनके कुछ पूछना चाहता हूं।’
मां बोली- उन्हें भी तड़पाया जाना चाहिए
लड़की की मां ने रोते हुए कहा कि जिन लोगों ने मेरी बेटी को तड़पाया है, उन्हें भी उसी तरह तड़पाया जाना चाहिए। दरिंदों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ा जाना चाहिए। परिजनों ने एसपी को अल्टीमेटम दिया है कि चार दिन में न्याय न मिला तो वे गांव से निकलकर पूरे जिले में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
जानवरों से भी खतरनाक निकला इंसान
परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना को अंजाम देने वाले जंगली जानवरों से भी खतरनाक निकले। भाई-बहन जिस जंगल से होकर रोज स्कूल जाते थे, वह भालुओं और तेंदुओं से भरा हुआ है। मगर खतरा उन्हें जंगली जानवरों से नहीं, बल्कि इंसानों से हुआ।