‘संदिग्ध हालात’ में मौत को लेकर परिजनों ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल

चंबा।।  26 अगस्त 2017 को अखबारों और मीडिया पोर्टल्स में चंबा के परोथा-कुरैणा संपर्क मार्ग पर एक टाटा सफारी गहरी खाई में गिरने से विजय अबरोल नाम के शख्स की मौत की खबर आई। उस वक्त घटनास्थल को देखकर यह शक जताया जाने लगा कि मामला कहीं हत्या का तो नहीं है। मगर अब मृतक के परिजनों ने पुलिस की जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

26 अगस्त को पंजाब केसरी के पोर्टल में छपी खबर में कहा गया था कि शव गाड़ी से बाहर पड़ा था और सिर धड़ से दूर गिरा था। अखबार ने लिखा था कि ‘आज तक ऐसा देखने को नहीं मिला है कि गाड़ी दुर्घटना के मामले में गाड़ी में सवार व्यक्ति की गर्दन पूरी तरह से बड़ी सफ़ाई के साथ धड़ से अगल हो गई हो। सिर के किसी भी भाग में कोई भी चोट का निशान नजर नहीं आ रहा है। मुंह पर भी किसी प्रकार की चोट नहीं दिखाई दी।’

 

अब मृतक विजय अबरोल की पत्नी मीनाक्षी अबरोल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मेरे पति की हत्या की गई है और इसे हादसे का रंग देने की कोशिश की है। उन्होने कहा, ‘इस मामले में पुलिस की कार्यशैली भी संदेह के घेरे में है क्योंकि इस मामले को लेकर पुलिस में मैंने जो बयान दिया है, उसमें मैंने 2-3 लोगों पर अपने पति की हत्या करने का शक जताया था लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक पुलिस ने उक्त लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में नहीं लिया है।’

‘तेजधार से गर्दन काटी गई’
मीनाक्षी का कहना है कि जिस हालत में उनके पति का शव मिला था, वह अपने आप में यह कहानी बयां कर रहा था कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि एक हत्या का मामला है। उन्होंने कहा कि उनके पति की पहले किसी तेजधार हथियार के साथ गर्दन को काट कर धड़ से अलग किया गया, उसके बाद शव को सड़क से नीचे फेंका गया। फिर इस हत्या की साजिश को हादसे का रूप देने के लिए बाद में गाड़ी को सड़क से नीचे फेंक दिया गया।

 

‘गाड़ी में खून की एक भी बूंद नहीं’
मीनाक्षी ने कहा कि इस बात का प्रमाण यह है कि उनके पति की गाड़ी में खून की एक भी बूंद पड़ी हुई नहीं मिली। उन्होंने कहा, ‘अगर पति की मौत गाड़ी दुर्घटना में होती तो गाड़ी में खून के धब्बे तो मौजूद रहते। यही नहीं, गर्दन धड़ से अगल मिली है और धड़ पर कमीज मौजूद नहीं थी। मौके पर कम से कम वह वस्तु तो मौजूद होनी चाहिए थी, जिसकी चपेट में आकर पति की गर्दन धड़ से एकदम से अलग होकर दूर जा गिरी।’

 

मीनाक्षी ने कहा कि ये तमाम बातें इस बात को पुख्ता करती हैं कि उनके पति की हत्या हुई है न कि सड़क दुर्घटना में मौत। उन्होंने पुलिस विभाग से मांग की है कि मैंने जिन लोगों पर पति की हत्या करने का शक जताया है, उन्हें गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।

 

गौरतलब है कि घटना के वक्त पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए  मेडिकल कॉलेज चंबा लाया, जहां से उसे टांडा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। एसपी चंबा डा. विरेंद्र तोमर ने उस वक्त बताया था कि पुलिस ने फिलहाल इस मामले को भारतीय दंड संहिता की धारा 279 व 304ए के तहत दर्ज कर जांच शुरू की है।

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