कंडक्टर भर्ती में कांगड़ा का दबदबा, परिवहन मंत्री के इलाके से 61 को जॉब

शिमला।। ट्रिब्यूनल से हरी झंडी मिलते ही घोषित किए गए कंडक्टर भर्ती परिणाम में 498 में से 244 सीटों पर कांगड़ा जिले से अभ्यर्थी चुने गए हैं। अन्य 11 जिलों से 254 युवाओं को जॉब मिली है। गौरतलब है कि कांगड़ा सबसे ज्यादा आबादी वाला जिला है और कंडक्टर भर्ती में इस जिले का दबदबा रहा है।

गुरुवार शाम को घोषित हुए परिणामों में मंडी जिले से 77 युवाओं को नौकरी मिली है। मंडी के बाद शिमला 25, सोलन से 7, बिलासपुर से 42, सिरमौर से 19, कुल्लू से 12, हमीरपुर से 25, किन्नौर से 2, चंबा से 25 और ऊना से 20 युवाओं को कंडक्टर की जॉब मिली है।

हिंदी अखबार अमर उजाला के दूसरे पेज पर छपी खबर के मुताबिक परिवहन मंत्री जी.एस. बाली के चुनाव क्षेत्र से ही 61 कंडक्टर सिलेक्ट हुए हैं जबकि कई विधानसभा सीटों से एक भी अभ्यर्थी सिलेक्ट नहीं हुआ।

विवादों में रही है कंडक्टर भर्तियां
2003-2004 में TMPA (कंडक्टरों) की भर्ती के मामले में नियमों का ताक पर रखने का मामला भी चर्चा में रहा है। कांग्रेस सरकार से पिछले कार्यकाल में 378 पदों पर भर्ती हुई थी। विजिलेंस जांच में पता चला था कि निगम ने विज्ञापन 300 पदों का निकाला था लेकिन 378 को चुन लिया गया। धर्मशाला डिविजन से ही 147 का चयन हुआ था। इनमें 73 लोग तत्कालीन परिवहन मंत्री जी.एस. बाली के चुनाव क्षेत्र से थे और 32 तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विधानसभा सीट रोहड़ू से थे। इन भर्तियों के दस्तावेजों में जमकर कटिंग और ओवरराइटिंग के आरोप लगे थे। (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

क्या है ताजा मामला
हाल की बात करें तो एचआरटीसी ने मई 2016 में 500 मल्टीपर्पज ट्रांसपोर्ट असिस्टेंट भर्ती के लिए आवेदन मंगवाए थे। इसके लिए 30 हजार आवेदन आए थे। 12 जून को लिखित परीक्षा ली गई थी जिसमें 1630 पास हुए थे। इसके बाद 1 जुलाई 2016 से इन पदों को भरने के लिए इंटरव्यू शुरू किए गए।

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इसी बीच मामला ट्रिब्यूनल पहुंच गया था। वहां पर शुरुआती सुनवाई के बाद 8 अगस्त 2016 को परिणाम निकालने पर रोक लगा दी गई। इस फैसले को एचआरटीसी ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने मामले को प्रशासनिक प्राधिकरण के पास कुछ पहलुओं पर फैसला देने के लिए मामले को भेजा था। बाद में प्रशासनिक ट्रिब्यूनल ने प्रार्थियों की दलीलों से असहमत होते हुए याचिका को खारिज कर दिया। इसके साथ ही एचआरटीसी ने नतीजों की घोषणा कर दी।

गौरतलब है कि एचआरटीसी अभी और भर्तियां करने जा रही है।

 

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