शिमला।। विधायकों और पूर्व विधायकों को सस्ती दरों पर जमीन दिए जाने का मुद्दा हिमाचल प्रदेश में छाया हुआ है। एक तरफ जहां बीजेपी नेता प्रेम कुमार धूमल ने इस फैसले का विरोध किया है, सरकार के अंदर भी इसके खिलाफ स्वर उठने लगे हैं। सीपीएस नीरज भारती और परिवहन मंत्री जीएस बाली भी इस फैसले को गलत बता चुके हैं। मगर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि जब गरीब और पात्र लोगों को जमीन दी जा सकती है तो विधायकों को क्यों नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि विधायकों को जमीन पट्टे पर देने के लिए अभी केवल पात्र माना है, यह जरूरी नहीं कि सभी को जमीन दी जाए। उन्होंने कहा कि सभी विधायक जमीन नहीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को तो विरोध की राजनीति करने की आदत हो गई है। उधर मुख्यमंत्री के खास माने जाने वाले वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने भी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है।
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इससे पहले नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा था कि मौजूदा सरकार ने गरीब लोगों को 2 बिस्वा जमीन देने का ऐळान किया था मगर उन भूमिहीनों को अब तक जमीनें नहीं मिलीं, जबकि विधायकों और पूर्व विधायकों के लिए पट्टे पर जमीन देने का ऐलान किया है।